गोरखपुर (ब्यूरो)। इस पहल से सभी स्टूडेंट्स के नए-नए आइडियाज को एक बड़ा मंच मिलेगा। साथ ही स्टूडेंट के इनोवेशन को पेटेंट कराने की राह भी आसान होगी। इस निर्देश के बाद से ही गोरखपुर के 125 स्कूलों में सेल बनाने के लिए काम शुरू कर दिया गया है।

ऑफ बॉक्स सोच को मिलेगा बढ़ावा

एसआईसी के जरिए बच्चों की ऑफ बॉक्स सोच, इनोवेशन और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए यह पहल की गई है। अब टीचर्स और पैरेंट्स दोनों को ही बच्चों को उनके आस-पास क्या हो रहा है, उससे परिचित कराएं ताकि स्टूडेंट स्थिति के अनुसार पहचानने और उसका विश्लेषण करने में एक्सपर्ट हो सकें।

एक्टिविटी के लिए बनाया गया कैलेंडर

एसआईसी के अंतर्गत समय-समय पर स्कूलों में एक्टिविटी ऑर्गनाइज की जाएगी। इसके लिए पूरे साल का एक कैलेंडर बनाया गया है। एक्टिविटी करने वाले स्कूल इनोवेशन सेल का क्रेडिट अंक भी दिए जाएंगे। क्रेडिट प्वाइंट से बड़े पैमाने पर स्टार रेटिंग मिलेगी। उच्च स्टार रेटिंग वाले एसआईसी को शीर्ष रूप से स्वीकार किया जाएगा। इसके अलावा स्टार्टअप से रिलेटेड एक्टिविटी भी स्कूलों में ऑर्गनाइज की जाएगी।

इनोवेशन वॉल का गठन

एसआईसी के तहत ही स्कूलों में इनोवेशन वॉल का गठन होगा। जहां स्टूडेंट विचारों का मुक्त प्रवाह, और इनोवेशन का प्रदर्शन कर सकेंगे। स्कूल इनोवेशन काउंसिल की समिति की मीटिंग साल में दो बार होगी।

उद्देश्य

। देशभर के स्कूलों से नए-नए इनोवेशन के आईडियाज मिलेंगे

। स्टूडेंट की सोच को एक बड़ा मंच मिलेगा और उसके इनोवेशन को बढ़ाया जाएगा

। स्कूलों में बनाई गई स्कूल इनोवेशन सेल को मिलेंगे प्वाइंट

सीबीएसई का मकसद स्कूल में ही बच्चों के अंदर छिपे टैलेंट को सामने लाना है। इनोवेशन सेल भी इस कड़ी का एक हिस्सा है। इससे स्टूडेंट्स का टैलेंट सामने आएगा और उन्हें नए-नए आईडियाज पर वर्क करने का मौका मिलेगा।

- अजीत दीक्षित, कोऑर्डिनेटर, सीबीएसई