- प्रधान व ग्रामीणों को दी गई गांव में संचालित योजनाओं की जानकारी
BANSGAON: बांसगांव ब्लॉक परिसर में स्थित कमेटी हाल में शनिवार को महिला कल्याण एवं बाल विकास के जिला बाल संरक्षण इकाई गोरखपुर की ओर से जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया। कार्यक्रम में निर्वाचित ग्राम प्रधानों व पूर्व प्रधानों सहित क्षेत्रीयजनों को विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में बाल संरक्षण अधिकारी डॉ। सुमन शुक्ला ने कहा कि शासन की मंशा है कि जागरूकता कार्यक्त्रम के माध्यम से गांव में बाल श्रम से सम्बंधित बच्चों, एचआईवी/एड्स से संक्रमित बच्चों, माता-पिता विहीन बच्चों, स्कूल व आंगनबाडी केन्द्रों पर शिक्षा से वंचित बच्चों, शारीरिक या मानसिक रूप से पीडि़त बच्चों, कारागार में विरुद्ध माता-पिता व अभिभावक के बच्चों, आपदा व प्राकृतिक विपदाओं से त्रस्त बच्चों को चिह्नित कर 46 हजार से 80 हजार रुपए की वार्षिक आय वाले परिवारों से आवेदन पत्र जमा कराया जाए। चयनित पात्र लाभार्थियों को 2000 रुपए प्रतिमाह सशर्त आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। उनके लिए आवश्यक होगा कि वे बच्चे अध्ययनरत हों और उनकी आयु 16 वर्ष से कम न हो। डॉ। शुक्ला ने विधवा, वृद्धा पेंशन योजना की भी जानकारी दी। खण्ड विकास अधिकारी गोपीनाथ पाठक ने कहा कि शासन ने गावों की दशा सुधारने के लिए अनेक कार्यक्रम चलाने का आदेश दिया है। इनके माध्यम से गांवों को स्वावलंबी बनाना है और शहरों की तरफ पलायन को रोकना है। बीडीओ ने कौशल विकास, मनरेगा, स्वच्छता अभियान तथा अन्य विषयों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। इस दौरान शिवाजी, सूर्यनरायण तिवारी, अविनाश दुबे, मोरध्वज, एडीओ पंचायत जनार्दन दुबे, अतुल प्रताप सिंह, सन्तोष कुमार सिंह, तैयब अहमद, भोलेशंकर राय, सुभाष चन्द्र, बुद्धिराम यादव, केशभान, महेन्द्र यादव, बलराम यादव, रामप्रसाद, राजीव सिंह आदि मौजूद रहे।