GORAKHPUR : बगल से गुजर रहे एक मनचले की बात सुनकर कोचिंग के बाद अपने दोस्तों संग डिस्कशन करती कुछ ग‌र्ल्स चुप हो गई। वह अपने आसपास कहीं छिपने का आसरा तलाश रही थीं। इस बीच एक-टक उन्हें घूरती हुई निगाहों से बचने के लिए उन्होंने दोबारा कोचिंग सेंटर के अंदर जाना ही बेहतर समझा। यह नजारा तो गोरखपुर एरिया की पॉश मानी जाने वाली कॉलोनी हरिओम नगर का था, जहां के लिए यह कोई नई बात नहीं है। सिटी में अब शायद ही कोई ऐसी जगह बची हो, जहां उनके साथ छेड़छाड़ की घटनाएं और कमेंटबाजी न होती हो। 'इज्जत करो' कैंपेन के तहत आई नेक्स्ट ने सिटी में इसकी हकीकत जानने की कोशिश की।

स्पॉट - हरिओम नगर

सिटी के पॉश इलाकों में से एक हरिओम नगर, जहां बड़ी तादाद में कोचिंग सेंटर्स मौजूद हैं। वहीं आसपास स्कूल-कॉलेज की भरमार है। गोरखपुर यूनिवर्सिटी का एक रास्ता इधर से भी होकर गुजरता है। इस एरिया से डेली सैकड़ों ग‌र्ल्स, फीमेल्स का गुजरना होता है। वेंस्डे को आई नेक्स्ट ने अपने कैंपेन के लिए इस स्पॉट को चुना। यहां मनचलों की हकीकत जानने के लिए आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने तीन घंटे स्पेंड किए। इस दौरान वहां मौजूद ग‌र्ल्स ने जहां बेबाकी से अपनी बातें शेयर की, वहीं ब्वाएज ने भी ऐसे मामलों का विरोध करने के साथ ही उनकी हेल्प करने की बात कही।

ग‌र्ल्स के जवाब

प्रतिभा

क्। अगर कोई छेड़ने की कोशिश करता है, तो मैं उसका विरोध करती हूं।

ख्। छेड़छाड़ होती है तो मैं इसकी शिकायत पुलिस से जरूर करूंगी।

फ्। बिल्कुल, इसके बारे में पेरेंट्स को जरूर बताउंगी। जिससे वह भी सेफ्टी के लिए कोई कदम उठा सकें।

प्रियंका

क्। छेड़खानी का विरोध जरूरी है। अगर ऐसा न किया जाए, तो उनकी हिम्मत और बढ़ जाती है।

ख्। इसकी शिकायत पहले नजदीकी पुलिस स्टेशन में करूंगी और अगर जरूरत पड़ी तो आला अधिकारियों तक भी जाउंगी।

फ्। पेरेंट्स को हर बात की इंफॉर्मेशन होनी चाहिए। मैं पेरेंट्स को जरूर बताउंगी।

श्वेता

क्। छेड़खानी होती है तो उस समय मुझसे जो बन पड़ेगा, मैं करूंगी। जुल्म सहना भी एक अपराध है।

ख्। मैं क्00 और क्090 पर इसकी कंप्लेन करूंगी। साथ ही अगर जरूरी पड़ा तो लोकल थाने में रिटेन कंप्लेन करूंगी।

फ्। पेरेंट्स को जरूर बताना चाहिए, अगर उन्हें जानकारी ही नहीं होगी तो वह हमारी सेफ्टी किस तरह कर सकेंगे।

वंदना

क्। अपराधियों के हौसले चुप्पी की वजह से ही बढ़ते हैं। अगर शुरू में ही दु‌र्व्यवहार का विरोध कर दिया जाए, तो आगे वह ऐसा नहीं करेंगे।

ख्। लोकल लोगों की मदद मांगने पर अगर बात नहीं बनेगी, तो पुलिस से जरूर कंप्लेन करूंगी।

फ्। पेरेंट्स को तो जरूर बताउंगी। वहीं हमारे दूसरे पेरेंट्स हमारे टीचर होते हैं, उन्हें भी इसकी इंफॉर्मेशन देंगे। जिससे कि वह भी आस-पास के लिए कोई बेहतर इंतजाम कर सकें।

ब्वॉयज के जवाब

अजीत तिवारी

गलत संगत की वजह से लोगों में गलत आदतें पड़ जाती हैं। मेरे सामने अगर कोई ऐसा करता है, तो मैं इसका विरोध करूंगा।

कृष्णा प्रजापति

सभी के घर में ग‌र्ल्स होती हैं, इसलिए सबको यह बात सोचकर कोई हरकत करनी चाहिए कि हमारे घर के लोगों के साथ भी यह हो सकता है। घटनाएं अपने आप बंद हो जाएंगी।

रवि गुप्ता

कुछ मेंटली इल लोग ऐसा करने से बाज नहीं आते। अगर मेरे सामने महिलाओं पर कोई अन्याय होगा, तो उसका मैं जरूर विरोध करूंगा।

विनय कुमार

जो भी ऐसे लोग हैं, उनको सबक सिखाउंगा। अगर सभी अपने अंदर थोड़ा बदलाव ले आएं और हर लड़की को देवी का रूप समझें तो इस आए दिन महिलाओं के साथ होने वाली घटनाएं बंद हो जाएंगी।