गोरखपुर (ब्यूरो)। 'व्यतित्व परिष्कार में गायत्री परिवार की भूमिकाÓ पर आयोजित इस वर्कशॉप का शुभारंभ मां सरस्वती के छायाचित्र पर मुख्य अतिथि सिंचाई विभाग से सेवा निवृत अधिशासी अभियंता ज्योति भूषण राय व मुख्य वक्ता आनंद कुमार श्रीवास्तव गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। कला संकाय प्रभारी डॉ। रीतू सिंह ने विषय प्रवर्तन किया।
जीवन में जरुरी है गायत्री मंत्र
मुख्य अतिथि इंजीनियर ज्योति भूषण राय ने कहा कि गायत्री मंत्र केजाप से बुद्धि व अंत:करण की शुद्धि होती है। जिससे हमारे बुद्धि व प्रज्ञा का विकास होता है और हम एक ऊर्जावान व्यक्तित्व बनते हैं। मुख्य वक्ता आनंद कुमार श्रीवास्तव ने अपने बताया कि गायत्री मंत्र एक सार्वभौमिक प्रार्थना है। प्रबंधक अनिल राय ने कहा कि गायत्री मंत्र केजप से मनुष्य का जीवन सुंदर व संतुलित हो जाता है और उसकी बुद्धि शुद्ध हो जाती है। जिससे उसके व्यक्तित्व का संपूर्ण विकास होता है.प्रिंसिपल डॉ। रमेश सिंह ने बताया कि दुनिया की सबसे सुंदर पुस्तक व्यक्ति का जीवन है और उसे जरूर पढऩा चाहिए। कार्यक्रम का संचालन डॉ। दिव्या शुक्ला ने किया। कार्यक्रम में कॉलेज केसभी प्रवक्ता उपस्थित रहे।