- रमजान में खजूर की ब्रॉड वेरायटी मार्केट में मौजूद
- देशी के साथ ही विदेशी खजूर की भी जबरदस्त डिमांड
- रोजा खोलने के लिए होता है इस्तेमाल, एनिमिया पेशेंट्स के लिए फायदेमंद
GORAKHPUR: खजूर का रमजान के काफी पुराना नाता है। रोजेदार रोजा खोलने के लिए खजूर का ही इस्तेमाल करते हैं। उलेमाओं की माने तो खुद मुहम्मद साहब को भी खजूर काफी पसंद थी। यही वजह है कि गोरखपुराइट्स भी इसे रमजान के दौरान इसका खूब इस्तेमाल करते हैं। खजूर की जबरदस्त डिमांड को देखते हुए व्यापारियों ने अब इंपोर्टेड खजूर भी शहर में लाकर बेचना शुरू कर दिया है। रमजान के दौरान इसकी बेहद मांग होने की वजह से यह हाथों-हाथ बिक जा रहीं है।
अरब, ईरान, दुबई की खजूर
सिटी में खजूर का फायदा मालूम होने और सुन्नत अदा करने के लिए लिहाज से पहले सिर्फ किसी भी खजूर से लोग काम चला लेते थे। मगर जब इसकी डिमांड दिन ब दिन बढ़ने लगी तो व्यापारियों ने भी बाहर से उम्दा क्वालिटी की खजूर मंगवाना शुरु कर दिया। मौजूद वक्त की बात करें तो सिटी में लोकल खजूरों के अलावा अरब, ईरान, दुबई, कुवैत के साथ और भी कई देशों की खजूर मौजूद है। खजूर ताजिर शमशाद अहमद की मानें तो हर साल रमजान में सबसे ज्यादा डिमांड खजूर की ही रहती है, यही वजह है कि थोक मार्केट में भी इंर्पोटेड खजूर की डिमांड है।
32 से लेकर 400 तक रेंज की खजूर मौजूद
गोरखपुर की बात करें तो सिटी में खुजूर की लंबी वेरायटी मौजूद है। इसमें जहां सस्ते रेट्स में लोकल खजूर अवेलबल हैं, वहीं महंगी इंपोर्टेड खजूर की भी भरमार है। 20 साल से रमजान में टेम्परेरी शॉप लगा रहे शमशाद अहमद की माने तो इस वक्त लोकल में 32 रुपए से लोकल खजूर की रेंज स्टार्ट हो जा रही हैं, वहीं इरानी खजूर के दाम की शुरुआत 100 रुपए से होती है। इसके अलावा उनके पास मौजूद इंपोर्टेड खजूर की रेंज 250 रुपए तक है।
खा जाते हैं 50 कुंतल खुजूर
खुजूर की सबसे ज्यादा खपत रमजान में ही होती है। घोषकंपनी स्थित रवि ट्रेडर्स के ओनर रवि की मानें तो रमजान के पहले और आखिरी अशरे में खुजूर की जबरदस्त डिमांड रहती है। पहले वीक में गोरखपुराइट्स करीब 30-35 कुंतल खुजूर परचेज कर लेते हैं। वहीं दूसरे अशरे में यह रफ्तार थोड़ा हल्की हो जाती है। इसके बाद तीसरे अशरे में भी थोड़ा डिमांड रहती है और करीब 15 से 20 कुंतल खुजूर इस दौरान बिक जारी है। इस तरह रमजान के दौरान पूरे गोरखपुर में करीब 50 कुंतल से ज्यादा खजूर बिक जाती है।
जन्नत का फल है खुजूर
दारुल उलूम हुसैनियां के प्रिंसिपल हाफिज नजरे आलम कादरी की माने तो खुजूर में बहुत शिफा है। पैगम्बर मोहम्मद साहब ने फरमाया कि खजूर जन्नत का फल है और इसमें जहर से भी शिफा है। जानकारों की माने तो खजूर में साठ से सत्तर फीसदी सुक्रोज मौजूद होता है। इसके अलावा आयरन, कैलशियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, फॅास्फोरस, मैंग्नीज, तांबा जैसे पोषक तत्व भी इसमें मौजूद होते है। खजूर खाने से न सिर्फ थकावट दूर होती है बल्कि गुर्दे की ताकत भी बढ़ती है। खजूर में आयरन होता है जो एनीमिया मरीजों के लिए काफी फायदेमंद है। लो ब्लड प्रेशर वालों के लिए भी यह बेहद फायदेमंद है।
डेट्स अवेलबल इन सिटी
किमिया डेट्स - ईरान - 250-300
डेट क्राउन - यूएई - 125-300
सफीर - दुबई - 250-300
मरहबा - ईरानी - 100
अलमदीना - 130
रॉयल - 180
गल्फ - 130
फैल्कॉन - 150
तैबा - 160
बूमान - 150