- झंगहा के टमठा में अवैध असलहा फैक्ट्री पर पुलिस की कार्रवाई
- भारी मात्रा में तमंचे बरामद, दो बदमाश गिरफ्तार
GORAKHPUR:
झंगहा एरिया के टमठा गांव में अवैध असलहों की फैक्ट्री पकड़ी गई। शुक्रवार दोपहर गांव के बाहर झोपड़ी में छापा मारकर कार्रवाई की। झोपड़ी में तमंचा बना रहे दो लोग रंगे हाथ पकड़े गए। पुलिस ने भारी मात्रा में असलहा, असलहा बनाने का सामान भी बरामद किया। पूछताछ में सामने आया कि देसी कट्टे बनाने का आरोपी पहले भी चार बार जेल जा चुका है। उससे पूछताछ के आधार पर पुलिस पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने की कोशिश में लगी है।
भरी दोपहरी बना रहा था तमंचे
टमठा गांव के पास झोपड़ी में अवैध तमंचा बनाने की फैक्ट्री काफी दिनों से चल रही थी। किसी ने इसकी शिकायत चौरीचौरा के सीओ राजेश भारती से की। शुक्रवार को पक्की सूचना मिलने पर सीओ ने एसओ झंगहा अनिल सिंह यादव, बरहीं चौकी प्रभारी विनोद सिंह की टीम गठित कर कार्रवाई का निर्देश दिया। दोपहर में करीब 12 बजे पुलिस ने टमठा निवासी सोहनलाल विश्वकर्मा की झोपड़ी में छापा मारा। तमंचा बनाते हुए पुलिस ने उसे धर दबोचा। सोहनलाल ने पुलिस को बताया कि गांव का नरसिंह तमंचों को लेकर सौदा करता है। पुलिस ने उसे भी पकड़ लिया।
तीन हजार में खपाए एक हजार तमंचे
झोपड़ी के भीतर चार बने हुए तमंचे, एक आधा बना हुआ रिवाल्वर, कच्चा माल और तीन खोखा बरामद किया। पूछताछ में सामने आया कि सोहन लाल काफी दिनों से अवैध कारोबार में लगा है। इसके पहले भी वह चार बार जेल जा चुका है। आर्डर पर बने हुए तमंचे वह तीन हजार रुपए में बेचता था। उसके साथ जुड़े दो अन्य लोग मार्केट से आर्डर लेकर आते थे। डिमांड के अनुसार वह तमंचे बनाकर उनको दे देता था। आजमगढ़, खलीलाबाद, जिले के विभिन्न हिस्सों में वह तमंचों की सप्लाई दे चुका है।
कबाड़ से खोजकर लाता कच्चा माल
सोहन लाल ने पुलिस को बताया कि वह कबाड़ी से कच्चा माल खरीदकर लाता था। तमंचे का पाइप बनाने में वह गाडि़यों के स्टेयरिंग का इस्तेमाल करता है। इसके अलावा अन्य कच्चा माल भी उसे काफी सस्ते में मिल जाता है। हर तमंचे में उसको एक हजार से 15 सौ रुपए का फायदा मिलता है। कम लागत में अधिक मुनाफे की वजह से वह अवैध असलहों के कारोबार में लगा रहा। पहली बार उसको पुलिस ने 1990 में पकड़ा था। इसके बाद 2002, 2011 और 12 में पुलिस उसे जेल भेज चुकी है।
वर्जन
आरोपी तमंचा बनाते हुए पकड़ा गया है। वह पेशेवर कारोबारी है। उससे पूछताछ में कई लोगों के बारे में जानकारी मिली है। इस कारोबार से जुड़े पूरे रैकेट को अरेस्ट करे पुलिस जेल भेजेगी।
राजेश भारती, सीओ चौरीचौरा