- शहर का सबसे पुराना एरिया है इलाहीबाग
- यहां के 80 प्रतिशत घर नगर निगम के पानी पर निर्भर
GORAKHPUR: इलाहीबाग का इतिहास शहर से जुड़ा हुआ है। इतिहासकारों का कहना है कि गोरखपुर बसने के साथ ही इलाहीबाग में भी बसावट शुरू हो गई थी। यह मोहल्ला आज काफी विकास कर चुका है। लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण यहां लोगों को रोज नई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले दो साल से यहां के घरों की पाइपलाइनें सूखी पड़ी हैं। इंडियामार्का हैंडपंप खराब पड़े हैं, लेकिन जिम्मेदार अपनी आंखें मूंदे हुए हैं।
पानी के लिए तरस रही पब्लिक
इलाहीबाग एरिया में आज भी लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। यहां के एक दर्जन एरिया में 60 इंडियामार्का हैंडपंप लगे हुए हैं। लेकिन वर्तमान में हालात यह हैं कि 50 इंडियामार्का हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं। वहीं तिवारीपुर में लगे ट्यूबवेल से यहां के पानी सप्लाई की पाइप जोड़ी गई है। दूरी अधिक होने के कारण आठ से अधिक मोहल्लों के पाइप में पानी पहुंचता ही नहीं है। ट्यूबवेल के पास वाले जो एरिया हैं वहां भी एक नई प्रॉब्लम है। यहां पानी में प्रेशर न होने के कारण नीचे वाले तल पर पानी पहुंच जाता है, लेकिन दो मंजिले मकान वालों के लिए मुश्किल हो जाती है।
नाली से गुजरी है पाइप
इलेक्ट्रानिक्स की दुकान चलाने वाले मुकेश कुमार अपने दुकान के सामने नाली से गुजरी हुई पाइप को दिखाते हुए कहते हैं कि इसी पानी को पीना पड़ता है। मुकेश कुमार का कहना है कि ये केवल यहीं की हालत नहीं है। इलाहीबाग के पूरे एरिया में यही हालत बनी हुई है। नाली और नालों के बीच से पाइप गुजरी हुई है। कभी भी अचानक पाइप फट जाती है और घरों में गंदे पानी की सप्लाई शुरू हो जाती है। जब कंप्लेन किया जाता है तो वह कई दिन बाद सही करते हैं।
नगर निगम भेजते हैं पार्षद जी
इलाहीबाग के आधा दर्जन एरिया में पानी, सफाई और टूटी हुई रोड की प्रॉब्लम बनी हुई। लेकिन यहां की प्रॉब्लम पर ध्यान देने वाला कोई नहीं है। यहां के पार्षद को चुनने के बाद भी जनता झेल रही है। जब भी पार्षद के पास कोई भी व्यक्ति कंप्लेन लेकर जाता है तो वहां से एक ही जवाब मिलता है कि नगर निगम में जाकर कंप्लेन करें। हम यहां से कुछ नहीं कर सकते हैं।
ये हैं प्रभावित एरियाज
जोगी टोला, लाला टोली, पिपरापुर, मदरसा चौराहा, इलाहीबाग चौराहा, धोबी गली और बहरामपुर चुंगी।
पार्षद अपने हर काम में भेदभाव करते हैं। केवल अपने एरिया में काम कराते हैं, यहां तो एक भी काम नहीं करते हैं। कंप्लेन करने पर नगर निगम भेज देते हैं।
सुबहानअल्लाह, रहवासी
पिछले तीन साल से इलाहीबाग के आधे हिस्से से पानी गायब है। आधे हिस्से में पानी के प्रेशर की हालत यह है कि पांच फीट ऊंची जगह पर चढ़ाव संभव नहीं हो पाता।
-अभय कुमार श्रीवास्तव, रहवासी
कई बार कंप्लेन किया गया है, लेकिन यहां के स्थानीय पार्षद केवल घोसीपुरवा एरिया की तरफ के अपने हिस्से पर ही ध्यान देते हैं। इलाहीबाग के अन्य हिस्से को देखते ही नहीं है।
-अवनीश दीक्षित, रहवासी
यहां सबसे अधिक प्रॉब्लम पानी की है। किसी भी घर में नगर निगम का एक बूंद पानी आपको नहीं मिलेगा, लेकिन टैक्स की रसीद पर वाटर टैक्स जरूर जुड़ा रहता है।
-राजेश्वरी प्रसाद श्रीवास्तव, सेवानिवृत्त
हमने तो दो साल पहले ही नगर निगम को कंप्लेन करके अपने यहां के पानी का कनेक्शन कटवा दिया था। करता भी क्या, इस कनेक्शन का। पानी का टैक्स भी दो लेकिन एक बूंद भी पानी नहीं मिलता है।
- संजीव कुमार, प्रोफेशनल
मोहल्ले के सारे नल खराब हैं। सबसे अधिक प्रॉब्लम गर्मी के मौसम में होती है। लोकल फाल्ट हो जाता है और उसके बाद लोग पानी के लिए तरस जाते हैं।
-दुर्गावती देवी, हाउसवाइफ
मोहल्ले का एक भी इंडियामार्का हैंडपंप सही नहीं है। वहीं लाला टोला में पिछले दो साल से एक भी बूंद पानी की सप्लाई नहीं हुई है। पानी न मिलने के कारण यहां अक्सर बरसात के मौसम में डायरिया का प्रकोप बढ़ जाता है।
- इजहार हुसैन, दुकानदार