- लंबित विवेचनाओं को रिपोर्ट में गोलमाल

- कैंट सर्किल और खलीलाबाद के सीओ को चेतावनी

GORAKHPUR: गोरखपुर जोन में पेडिंग विवेचनाओं और वांटेड अभियुक्तों की लिस्ट में गोलमाल पकड़ा गया। आईजी जोन अमिताभ यश ने वेरीफिकेशन कराया तो झूठ की पोल खुल गई। गोरखपुर जिले के कैंट सर्किल और संतकबीर नगर जिले के खलीलाबाद सर्किल में गड़बड़झाला निकला। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए आईजी ने कड़ी कार्रवाई की। आईजी ने कहा कि किसी तरह का कोई फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

क्क् साल के अपराध रजिस्टर की हुई समीक्षा

आईजी जोन की तरफ से डीआईजी, एसएसपी, एसपी, एएसपी और सीओ से डिटेल मांगी गई। जनपद के सभी थानों में लंबित विवेचनाओं और वांटेड अभियुक्तों की लिस्ट मंगाई गई। गोरखपुर सर्किल के थाना कैंट और खलीलाबाद सर्किल पेशी का क्राइम रजिस्टर मंगाया गया। वर्ष ख्00ब् से लेकर वर्ष ख्0क्भ् के अपराध रजिस्टर की समीक्षा की गई। इसका फिजिकल वेरीफिकेशन कराया गया। वेरीफिकेशन में पहले से दी गई सूची में गड़बड़ी पाई गई।

लंबित विवेचनाओं को छिपाकर भेजी लिस्ट

आईजी जोन आफिस में पेडिंग विवेचनाओं को छुपाने का खेल पकड़ा गया। गोरखपुर जिले के कैंट सर्किल स्थित थाना कैंट में क्भ्08 मामलों की हेराफेरी की गई। खलीलाबाद सर्किल में 8ब् मामलों को पचाने का प्रयास किया गया। कैंट सर्किल के खोराबार में फ्क्ख्, कैंट में 8म्0, शाहपुर में ख्भ्म् मामलों का जिक्र नहीं किया गया। यहां पर पेडिंग मामलों की तादाद ख्फ्7म् है। खलीलाबाद में ब्0 और घनघटा में ब्ब् मामले छिपाए गए। वेरीफिकेशन के बाद इन मामलों के निस्तारण की जिम्मेदारी संबंधित अफसरों को दी गई है।

लंबित विवेचनाओं और वांछित अभियुक्तों के संबंध में सही सूचना न भेजना गंभीर मसला है। सीओ कैंट अतुल सोनकर को चेतावनी दी गई। सीओ खलीलाबाद से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

अमिताभ यश, आईजी जोन गोरखपुर