- आईजी ने जाम की समस्या का समाधान नहीं होने पर जताई नाराजगी
GORAKHPUR: शहर के लोगों को जाम से निजात दिलाने का सुझाव मांगने के लिए आईजी ने गोरखपुर पुलिस की मीटिंग बुलाई। मीटिंग में दो माह के प्रयास के बाद भी जाम की समस्या का समाधान नहीं होने पर आईजी मोहित अग्रवाल ने सख्त नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि अब शहर में कहीं भी जाम लगने पर एसओ, चौकी इंचार्ज सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे। किसी अन्य विभाग की जिम्मेदारी बताकर बहाना नहीं कर सकेंगे। मीटिंग में डीआईजी शिव सागर सिंह, एसएसपी रामलाल वर्मा, एसपी सिटी हेमराज मीणा, सीओ कैंट अभय कुमार मिश्र, डीएन शुक्ला सहित कई पुलिस अधिकारी, एसओ और चौकी प्रभारी मौजूद रहे।
ट्रैफिक मित्र बनाकर लेंगे मदद
आईजी ने जाम वाली जगहों पर ट्रैफिक मित्र बनाकर उनकी मदद लेने का निर्देश दिया। कहा कि दुकानदारों, क्लीनिक, स्कूल, कॉलेज प्रिंसिपल सहित पांच लोगों की सूची बनाकर उनका मोबाइल नंबर कलेक्ट किया जाएगा। इस तरह से शहर में कम से कम डेढ़ सौ लोगों को ट्रैफिक मित्र बनाया जाएगा। इन सभी को चौकी प्रभारियों की ओर से अपना विजिटिंग कार्ड दिया जाएगा। कार्ड में चौकी प्रभारी का मोबाइल नंबर सहित अन्य पुलिस अधिकारियों के मोबाइल नंबर दर्ज होंगे। जाम लगने पर ट्रैफिक मित्र तत्काल पुलिस को सूचना देकर मदद करेंगे। यातायात मित्रों की बैठक बुलाकर उनसे फीडबैक भी लिया जाएगा।
इस तरह रोकेंगे जाम
- थानों, चौकियों की पुलिस अस्थाई अतिक्रमण को रोजाना हटाएगी।
- ऑटो स्टैंड से कम से कम 50 मीटर की दूरी पर गाडि़यां सही तरीके से खड़ी की जाएंगी।
- चौकी प्रभारी और एसओ, थानों में बैठने की जगह सड़कों पर नजर आएंगे।
- पुलिस के गजटेड ऑफीसर्स भी जाम रोकने के लिए सड़कों पर रहेंगे।
- पिकेट और गश्त पर निकले सिपाही भी जाम रोकने के लिए काम करेंगे।
- हॉक दस्ता, पिकेट वाले सिपाही अतिक्रमण रोकने में मदद करेंगे।
- सड़क पर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वर्जन
शहर में जाम के स्थायी उपाय खोजे जा रहे हैं। अभी तक एसओ और चौकी प्रभारी दूसरे विभागों की जिम्मेदारी बताकर अपना पल्ला झाड़ लेते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। जाम लगने पर उनकी जिम्मेदारी तय होगी।
- मोहित अग्रवाल, आईजी