- डीआईजी ने रद किया सिपाहियों का समायोजन
GORAKHPUR: रेंज के बाहर तबादले के बावजूद किसी न किसी बहाने पास पड़ोस के जिलों में जमे सिपाहियों को जाना पड़ेगा। डीआईजी रेंज ने सिपाहियों की सम्बद्धता खत्म कर दी है। शनिवार को जारी निर्देश में सभी सिपाहियों की रिपोर्ट तलब की। कहा कि कार्रवाई न होने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए सिपाही तैयार रहें।
जुगाड़ की पैरवी से डटे
गोरखपुर रेंज के गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया और कुशीनगर जिलों में तबादले के बावजूद सिपाही जमे हैं। रेंज से बाहर जाने के आदेश के इतर पैरवी और जुगाड़ का दांव लगाकर सिपाही डट गए। पास-पड़ोस के जिलों में भी तैनाती कराकर सिपाही पड़े हैं। मंत्री, सांसद, विधायक, एसपी, एसएसपी सहित कई लोगों की पैरवी से उनको हटाया नहीं जा रहा है। इसकी शिकायत मिलने पर डीआईजी ने शनिवार को निर्देश जारी किया।
सभी जिलों से मांगी रिपोर्ट
रेंज के सभी जिलों में ऐसे करीब 98 सिपाही हैं। इन सिपाहियों की पूरी डिटेल डीआईजी ने मंगा ली है। डीआईजी ने सिपाहियों की सम्बद्धता निरस्त करने के लिए निर्देश दिया है। सभी जिलों के एसएसपी और एसपी को पत्र भेजकर तीन दिनों के भीतर कार्रवाई की रिपोर्ट देने को कहा है। डीआईजी ने कहा कि यदि इसमें हीलाहवाली की गई तो विभागीय कार्रवाई तय है।
रेंज के जिलों में सम्बद्धता के आधार पर सिपाही ड्यूटी कर रहे हैं। ऐसी जानकारी सभी जिलों से मिली है। उन सभी सिपाहियों की सम्बद्धता निरस्त कर दी गई है।
आरके चतुर्वेदी, डीआईजी गोरखपुर रेंज