आईजी के सामने वसूली, चौकी लाइन हाजिर

- आईजी ने रंगे हाथ पकड़ा, दर्ज होगा मुकदमा

- दिहाड़ी मजदूर रखकर वसूली कराती है पुलिस

GORAKHPUR: शहर में सोमवार को जाम से निजात के लिए पुलिस की व्यवस्था देखने निकले आईजी ने वसूली कर रहे युवक को रंगेहाथ पकड़ लिया। मोहद्दीपुर चौराहे से गुजरने वाले मालवाहकों वह 10-20 रुपए वसूल रहा था। उसकी हरकतों को देखकर आईजी दंग रह गए। पुलिस अधिकारियों के मूवमेंट के बावजूद वसूली करने के चक्कर में मोहद्दीपुर के चौकी प्रभारी और सिपाहियों को एसएसपी ने लाइन हाजिर कर दिया। देर रात हुई कार्रवाई से जिले में हड़कंप मच गया।

आंख मूंदे खड़े रहे एसपी ट्रैफिक

शहर के चौराहों पर सोमवार को जाम लगने की समस्या का समाधान करने के लिए पुलिस अधिकारी और कर्मचारी अभियान चला रहे हैं। पुलिस ने जाम लगने की वजह जान ली है। इसलिए ट्रैफिक रेग्युलेट करके चलाया जा रहा है। सोमवार को आईजी व्यवस्था देखने निकले। ट्रांसपोर्ट नगर, नौसढ़, रेलवे स्टेशन, पैडलेगंज और मोहद्दीपुर पहुंचे। आईजी के पहुंचने के दो घंटे पहले से एसपी ट्रैफिक वहां मौजूद थे। लेकिन उन्होंने रुपए वसूलने वाले पर ध्यान नहीं दिया। उनके सामने धड़ल्ले से वसूली होती रही।

वसूली करते धरा गया युवक

एसपी ट्रैफिक की आंखों में धूल झोंककर एक युवक चौराहे पर वाहनों से वसूली कर रहा था। माल वाहकों से 10-20 रुपए लेकर उनको आगे बढ़ा देता था। एक ओर ट्रैफिक पुलिस मौजूद थी तो दूसरी ओर मोहद्दीपुर चौकी के सिपाही ट्रैफिक संभालने में लगे थे। इन सबके बीच रुपए की वसूली देखकर आईजी का माथा ठनका। उन्होंने युवक को रंगेहाथ दबोच लिया। उसकी जेब में दो से अधिक नकदी बरामद हुई। 10 रुपए की नोट मिलने से वसूली की पुष्टि हो गई। उसे हिरासत में लेकर आईजी ने कैंट थाना भेज दिया। युवक ने बताया कि वह रोज वसूली नहीं करता है। उसकी जगह एक दूसरा व्यक्ति रुपए लेता है। चौराहे के पास वह चाय बेचता है। दूसरे व्यक्ति के अबसेंट होने से सिपाहियों ने उसे वसूली करने के लिए कहा था।

हर चौकी पर लगाए हैं कर्मचारी

बताया जाता है कि आठ साल पहले जिले में बतौर एसएसपी आईपीएस पीयूष मोर्डिया की तैनाती हुई थी। उनके कार्यकाल में वसूली करने वाले पुलिस कर्मचारियों परा आफत आ गई थी। ट्रक में बैठकर वह पुलिस वालों को रुपए वसूलते रंगे हाथ पकड़ने निकले थे। उनके कार्यकाल में कई पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हुई। तभी से पुलिस वालों ने वसूली के लिए प्राइवेट आदमी लगा दिए हैं। प्राइवेट आदमी वसूली करके पुलिस वालों को पैसे देता है। इससे पुलिस वालों के पकड़े जाने का डर नहीं होता। इसलिए हर चौकी पर प्राइवेट आदमी रखे गए हैं।

एसएसपी ने दी थी चेतावनी

पुलिस चौकियों पर अवैध वसूली होने की शिकायत पर एसएसपी पहले ही चेतावनी दे चुके थे। नौसढ़, बरगदवां और टीपी नगर पुलिस चौकी के सभी कर्मचारियों की मीटिंग में एसएसपी ने साफ कहा था कि वसूली के लिए चौकियां नहीं होती। इस तरह की शिकायत मिलने पर पुलिस चौकी भंग करके पिकेट बना दी जाएगी।

पहले भी हो चुकी है कार्रवाई

पुलिस चौकियों पर वसूली के मामले में बरगदवां, टीपी नगर, नौसढ़ सहित कई पुलिस चौकियों पर तैनात पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ पहले भी कार्रवाई हो चुकी है। बावजूद इसके व्यवस्था सुधर नहीं रही है। पुलिस कर्मचारी प्राइवेट लोगों को खड़ा करके वसूली कराने में लगे हैं। चौकी के पास दुकान लगाने वाले चाय के दुकानदार, नाई, मोची, सब्जी विक्रेताओं से रुपए वसूलवाकर सिपाही रोजाना शाम को हिसाब-किताब करते हैं।

वर्जन

इस मामले में सीओ कैंट को जांच सौंपी गई थी। पुलिस कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आने पर चौकी प्रभारी और सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है।

रामलाल वर्मा, एसएसपी