गोरखपुर (ब्यूरो)।इसमें ऑक्सीजन लेवल 90 से कम होने पर पेशेंट को हॉस्पिटल में एडमिट कराने की सलाह है। बता दें, गोरखपुर जिले में ज्यादातर लोग सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार से पीडि़त हैं। वहीं, कोविड जांच केंद्रों पर एंटीजन और आरटीपीसीआर जांच कराई जा रही है।
गंभीर पेशेंट रहें अलर्ट
हेल्थ डिपार्टमेंट ने अपनी गाइडलाइन में इंफ्लूएंजा संक्रमितों के ऑक्सीजन लेवल की निगरानी पर जोर दिया है। क्रिटिकल बीमारियों से पीडि़त लोगों को ज्यादा सतर्कता बरतने के निर्देश हैं। 90 से कम ऑक्सीजन लेवल पर तत्काल एडमिट के साथ इंफ्लूएंजा के जद में आने वाले पेशेंट्स को ओसेल्टामिविर दवा देने की बात कही गई है। बताया कि जा रहा है कि एच-3, एन-2 एक ऐसा वायरस है जो उसी तरह फेल रहा है, जैसे कोरोना वायरस फैला था।
प्रमुख लक्षण
- तीन से आठ दिनों तक 101 से 104 डिग्री बुखार।
- चेहरा, गर्दन, छाती के ऊपर की त्वचा लाल होना।
- त्वचा अत्यधिक गर्म और कभी नम हो सकती है।
- आंखें लाल हो सकती हैं, पानी भी रिस सकता है।
- नाक बहना और बच्चों के लिंफ्सनोड में बढ़ोतरी।
- सूखी खांसी और सांस लेने में भी प्रॉब्लम।
- शरीर, मांसपेशियों के साथ गर्दन या आंख में दर्द।
बचाव
- कोरोना गाइडलाइन का पालन करें।
- संक्रमण रोकने के लिए हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं।
- मास्क पहनें एवं भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
- छींकते-खांसते समय मुंह को पूरी तरह ढंक कर रखें।
- ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ इस्तेमाल करें।
- हाथों से बार-बार आंख, नाक को न छूएं।
- बुखार-बदन दर्द में पैरासिटामॉल लें।
गवर्नमेंट गाइडलाइन
- कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें।
- संक्रमण के साथ सांस, खांसी-बुखार के लक्षणों को गंभीरता से लिया जाए।
- सार्वजनिक समारोह में विशेष सतर्कता बरतें, न हाथ मिलाएं और न ही दूसरों के साथ खाना खाएं
-कोविड वार्ड में बेड रिजर्व किए गए हैं। साथ ही आइसोलेशन वार्ड में दो बेड के बीच एक मीटर दूरी रखने के निर्देश दिए गए हैं।
कोविड जांच सेंटर से सैंपल आ रहे हैं, जिनकी आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट जारी की जा रही है। साथ ही यह एक फ्लू जैसा वायरस है। एक हफ्ते में दवा का सेवन कर ठीक हो जा रहे हैं।
प्रो। अमरेश सिंह, एचओडी माइक्रोबॉयोलाजी बीआरडी
सरकार की ओर से कोविड प्रोटोकॉल की गाइडलाइन जारी की गई है। लोगों से अपील है कि वह कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें और मास्क का इस्तेमाल करें। कोविड अस्पतालों में बेड रिजर्व कर लिए गए हैं साथ ही दवाओं को भी उपलब्ध करा लिया गया है।
डॉ। आशुतोष कुमार दुबे, सीएमओ
ऐसे समझें ऑक्सीजन लेवल
1. ऑक्सीजन लेवल 95 से 100 के बीच है तो यह सामान्य है।
2. यदि ऑक्सीजन लेवल 95 के नीचे आता है तो इसका मतलब है कि फेफड़ों मेें दिक्कत है।
3. यदि ऑक्सीजन लेवल 92 या 90 के नीचे आता है तो यह गंभीर समस्या का संकेत है और डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत है।