गोरखपुर (ब्यूरो)।ब्रांडेड ज्वेलरी शोरूम या विश्वासपात्र सराफा कारोबारियों के यहां जाकर अपने सोने को चेक करा रहे हैं। बता दें, राजघाट पुलिस ने फर्जी हॉलमार्क की ज्वेलरी बेचने वाले अमर जौहरी को पकड़ा था और उसकी घंटाघर स्थित पुष्कर ज्वेलर्स से 12.50 किलोग्राम नकली सोने की ज्वेलरी भी बरामद की थी। इस पर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने आल इंडिया जूलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा से बात की तो उन्होंने कस्टमर्स के हित में मिलावटी गोल्ड चेक करने के लिए आसान तरीका बताया
चुंबकीय नहीं होता गोल्ड
अरोरा ने बताया कि कस्टमर्स के घर में मैगनेट जरूर होता होगा। आप मैगनेट से चेक कर सकते हैं। चेक करते समय ध्यान रहे कि सोने में चुंबकीय गुण नहीं होते या यूं कहें कि वह चुंबक की ओर आकर्षित नहीं होता। अगर आपकी ज्वेलरी चुंबक की ओर खिंचने लगे, तो समझ लीजिए कि वह नकली है।
एचयूआईडी नंबर से पहचान
ज्वेलरी की पहचान के लिए हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन (एचयूआईडी) नंबर होता है। एचयूआईडी नंबर 6 अंकों का अल्फान्यूमेरिक कोड है, जिसमें संख्याएं और अक्षर होते हैं, जिसे ज्वेलर्स की तरफ से दिया जाता है। इस नंबर की मदद से ज्वेलरी से संबंधित सभी जानकारियां आपको मिल सकती हैं। बता दें, ज्वेलर्स को इसकी जानकारी बीआईएस के पोर्टल पर भी अपलोड करनी होती है।
नाइट्रिक एसिड से करें ज्वेलरी का टेस्ट
कस्टमर्स यह समझें कि असली सोने पर नाइट्रिक एसिड का कोई असर नहीं होता। टेस्ट करने के लिए ज्वेलरी को थोड़ा सा स्क्रेच करें और उस पर नाइट्रिक एसिड डालें। अगर वह सोना है तो उस पर कोई असर नहीं होगा। इससे आपको पता चल जाएगा कि आपका सोना खरा है।
विनेगर से भी होता है गोल्ड का टेस्ट
हर किचन में विनेगर होता है। अगर आप अपने सोने के गहने पर विनेगर की कुछ बूंदें डालें तो आपके गहने पर कोई असर नहीं होगा, बशर्ते वह असली सोना हो। अगर वह नकली सोना हुआ तो विनेगर की बूंदें जहां भी पड़ेंगी, ज्वेलरी का रंग बदल जाएगा। इससे साफ पता चल जाएगा असली है या नकली।
फ्लोटिंग से कर सकते हैं चेक
अरोरा ने बताया, सोने की एक खास बात होती है कि वह हार्ड मेटल है, इसलिए इसका फ्लोटिंग यानी तैरने का टेस्ट किया जा सकता है। अगर आपकी ज्वेलरी पानी में डूब गई, तो समझिए वह फ्लोटिंग टेस्ट में भी पास हो गई। वह तैरने लगी तो समझ लें कि सोना नकली है।