- शहर में बढ़ते सड़क हादसों को लेकर आई नेक्स्ट ने कराया ग्रुप डिस्कशन
- नियमों की अनदेखी और सख्त कार्रवाई के अभाव पर हुई चर्चा
GORAKHPUR: लोगों की जागरुकता से ही सड़क सुरक्षा के नियम-कानून को अपनाकर रोड एक्सीडेंट की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है। इसके लिए सिर्फ पुलिस, आरटीओ व प्रशासन की ही नहीं बल्कि समाज की भी काफी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। अगर लोग जागरूक हों तो पुलिस-प्रशासन हो या फिर आरटीओ, सभी को अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। यह बातें आई नेक्स्ट की ओर से आयोजित बढ़ती रोड एक्सीडेंट की घटनाओं पर हुए ग्रुप डिस्कशन में निकलकर सामने आईं। इस दौरान पब्लिक ने जहां अपनी समस्या ट्रैफिक व आरटीओ अधिकारियों को बताई। वहीं, अधिकारियों ने भी आश्वासन दिया कि अगर पब्लिक साथ दे तो सड़क सुरक्षा के नियामों का पूरी तरह पालन करा जाम और एक्सीडेंट जैसी समस्याओं से पूरी तरह निजात दिलाई जाएगी।
इसलिए एक्सीडेंट में जा रही जान
- सिटी में ट्रैफिक नियम को लेकर कोई नियम-कानून नहीं अपनाया जाता
- यहां गाड़ी पर पीछे बैठा व्यक्ति तो दूर ड्राइवर तक नहीं लगाते हेलमेट
- सिटी में हर महीने बढ़ती जा रही पांच हजार से अधिक गाडि़यां
- 1970 के बाद आज तक नहीं बदली गई शहर की भौगोलिक स्थिति
- बिना ट्रैफिक नियम की जानकारी के गार्जियन दे रहे माइनर्स को गाड़ी
- एक लाख की गाड़ी खरीदते, लेकिन एक हजार का हेलमेट नहीं खरीदते लोग
यहां जिम्मेदार है सरकारी महकमा
- बिना हेलमेट गाड़ी चलाने वालों पर नहीं होती ठोस कार्रवाई
- सिटी की यातायात व्यवस्था के लिए नहीं है पर्याप्त फोर्स व संसाधन
- पब्लिक को अवयेर करने के लिए नहीं चलाया जाता कोई अभियान
- जहां ट्रैफिक की समस्या होती है वहां नहीं होती ट्रैफिक पुलिस
- स्कूली बच्चों के गाड़ी चलाने पर नहीं लगाई जाती कोई रोक
- ट्रैफिक नियमों को लेकर यहां के लोगों में नहीं है कोई डर
यह निकला नतीजा
- प्रशासन के साथ पब्लिक में जागरुकता बेहद जरूरी
- जागरुकता के लिए हर स्तर से चलाया जाए अभियान
- सभी विभाग व संस्थाएं खुद अनिवार्य करें हेलमेट
- पुलिस, आरटीओ व सामाजिक संस्थाएं चलाएंगी जागरुकता अभियान
- ट्रैफिक नियम लोगों के रुटीन में लाने की होगी संयुक्त पहल
- बिना हेलमेट गाड़ी चलाने वालों पर अब सख्ती से पेश आएगी पुलिस
नियम तोड़ने वालों की करें कंप्लेन
- डायल 100 पुलिस कंट्रोल रूम
- 8005441148 आरटीओ एनफोर्समेंट
- 9454400273 एसएसपी
- 9454403528 एसपी ट्रैफिक
कॉलिंग
जब तक समाज में ट्रैफिक नियमों को लेकर जागरुकता नहीं होगी, तब तक प्रशासन सिर्फ कार्रवाई कर रोड एक्सीडेंट्स पर अंकुश नहीं लगा सकता। इसके लिए सभी के लिए हेलमेट अनिवार्य किया जाना चाहिए।
राकेश सिंह- आरटीओ एनफोर्समेंट
इसके लिए इंजीनियरिंग, एजुकेशन और एनफोर्समेंट तीनों होना जरूरी है। यहां लोगों में नियमों को लेकर बिल्कुल अवेयरनेस नहीं है। इसके लिए समाज के साथ स्वयंसेवी संस्थाएं आगे आएं ते हम उनके साथ मिलकर काम करें।
श्रीप्रकाश द्विवेदी- एसपी ट्रैफिक
यहां के लोग सिर्फ डर से ही किसी नियम का पालन करेंगे। अगर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों और बिना हेलमेट वालों पर सख्त कार्रवाई हो तो कुछ दिनों में हेलमेट दिखने लगेगा।
विभोर श्रीवास्तव, नागरिक
समस्याएं दोनों तरफ से हैं। नियमों को लेकर ना ही पुलिस और आरटीओ सख्त हैं और ना ही यहां की पब्लिक अवेयर है। यहां जो जैसे गाड़ी चला दे, वही यहां का नियम है। ऐसे में जागरुकता के साथ ठोस कार्रवाई भी बेहद जरूरी है।
राजेश श्रीवास्तव, नागरिक
सबसे पहले तो गार्जियन को अवेयर होना होगा कि उनका बच्चा वाकई गाड़ी चलाने लायक है या नहीं। इसके अलावा स्कूलों को भी सख्त होना पड़ेगा। तभी जाकर यहां कुछ हो सकता है। ज्यादातर एक्सीडेंट ओवरस्पीड के कारण ही होते हैं।
दिलीप सिंह, नागरिक
एक्सीडेंट किसी का भी हो सकता है, लेकिन अगर हेलमेट हो तो एक्सीडेंट में मौत होने के चांस काफी कम हो जाएंगे। लगातार हो रही घटनाओं को देखकर भी यहां के लोगों में इसे लेकर उदासीनता है। इसके लिए समाज और प्रशासन को सख्त रुख अपनाना पड़ेगा।
सुभाष चंद, नागरिक
ओवरस्पीड गाड़ी चलाना यहां का फैशन बन चुका है। साथ ही यहां के लोगों में किसी तरह का कोई डर भी नहीं है। जिस दिन लोगों को डर होगा, सभी अपने आप नियमों का पालन करने लगेंगे।
रणधीर राय, नागरिक
सबको पता है कि हेलमेट ना हो या नियम तोड़ें, उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा। जिस दिन सख्त कार्रवाई होने लगेगी सभी नियम का पालन करने लगेंगे। इसके लिए प्रशासन को ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।
प्रगति पांडेय, नागरिक