-एरिया में एसडीओ, जेई, मीटर सेक्शन के अफसर, लाइनमैन की संदेह के घेरे में

-आई नेक्स्ट के अभियान के बाद लगातार हो रहे चौंकाने वाले खुलासे

GORAKHPUR: बिजली चेकिंग अभियान में मीटर खोले जा रहे हैं और बिजली की चोरी पकड़ी जा रही है। आई नेक्स्ट ने ऐसे ही मीटर चेकिंग को मुद्दा बनाया और 'मीटर चेकिंग का एक और सच' नाम से अभियान शुरू किया। एक के एक बाद लगातार सच के सामने लाती खबरों से बिजली विभाग में हड़कंप मच गया। आई नेक्स्ट का जानकारी मिली है कि इस खेल में बिजली विभाग के एसडीओ और जेई भी संलिप्त हैं। इसका सबसे ताजा उदाहरण यह है कि विभिन्न एरिया में एसडीओ, जेई, मीटर सेक्शन के अफसर, लाइनमैन रोजाना घूमते हैं, लेकिन फिर भी उन्हें बिजली चोरी नजर नहींआती। जब बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चलता है वे एक्टिव हो जाते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि साल भर जिम्मेदारों की बिजली चोरी और चोरों पर नजर नहींजाती है, लेकिन अभियान चलते ही हर दिन बिजली चोर बेनकाब होते है। ऐसे में एरिया के एसडीओ, जेई, मीटर सेक्शन के अफसर, लाइनमैन की भूमिका संदिग्ध घेरे में आ जाती है।

बिल देखकर बता रहे बिजली चोरी

बिजली चेकिंग अभियान में जिस तरह से बिजली चोर पकड़े जा रहे हैं उससे एरिया के अफसरों पर सवाल खड़े होने लगे हैं। आखिर इतनी बड़ी मात्रा में बिजली चोर पकड़े जा रहे हैं तो अफसर पूरे साल क्या कर रहे थे? अब यही अफसर चेकिंग अभियान में एक बार बिल देखते ही बता दे रहे हैं कि इनके यहां बिजली की खपत कम हैं, लेकिन संसाधन देखकर अंदाजा लग रहा है कि इनके यहां कुछ तो गड़बड़ है।

किसकी गड़बड़ी से अब पकड़े जा रहे चोर

बिजली विभाग के चेकिंग अभियान में अब विभाग के लोग ही सवाल खड़े करने लगे हैं। मीटर में छेड़छाड़ और बिल कम करने का 'कारोबार' सालों से चल रहा है। यह काम किसी एक कंज्यूमर के यहां नहीं बल्कि सिटी के हर दसवें घर में हो रहा है, लेकिन इस एरिया में डेली ड्यूटी बजाने वाले एसडीओ और जेई को इसकी भनक तक नहीं लगी है। यह बात कुछ हजम नहींहोती है। विभाग के एक जेई ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह पूरे खेल में एरिया के एसडीओ, जेई और मीटर सेक्शन के इंजीनियर्स की मिली भगत से यह खेल होता है।

बिजली चोरी करवाने में जिनका का नाम भी आ रहा है उनकी जांच की जा रही है। इसके अलावा दोषी पाए जाने पर उनको सस्पेंड भी किया जा रहा है। हाल ही में सोनू नाम के संविदा कर्मचारी को निलंबित किया गया है।

एसपी पांडेय, एसई महानगर विद्युत वितरण निगम