- अतिसंवेदनशील प्लस बूथ की भी हुई लिस्टिंग, इन बूथों पर होगी खास निगाह
- तैनात की जाएगी बड़ी मात्रा में फोर्स, अलग से होगी वीडियोग्राफी
GORAKHPUR : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है। जिन बूथों पर हर चुनाव में ही बवाल हो जाता उन्हें दो कैटेगरी में बांटा जाता था। इसमें अतिसंवेदनशील और संवेदनशील बूथ होते थे। बावजूद इसके भी कुछ जगह बवाल हो ही जाता था। मगर इस बार बवाल की संभावना को कम करने के लिए आयोग ने इन बवालिया बूथों को चिन्हित कर अतिसंवेदनशील प्लस कैटेगरी में रखा गया है। इस तरह दो के बजाए तीन कैटेगरी होगी। इसमें संवेदनशील और अतिसंवेदनशील के साथ ही अतिसंवेदनशील प्लस बूथों को भी लिस्ट में जोड़ दिया गया है। यह ऐसे बूथ हैं, जिनपर निगाह होने के बाद भी प्रॉब्लम हो ही जाती थी। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने यह डिसीजन लिया है।
180 बूथ किए गए शामिल
इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कुल 4466 बूथ बनाए गए हैं। इसमें संवेदनशील, अतिसंवेदनशील और अतिसंवेदनशील प्लस मिलाकर कुल 1525 बूथ सेलेक्ट किए गए हैं। इसमें 180 बूथों को अतिसंवेदनशील प्लस की श्रेणी में रखा गया है। निर्वाचन आयोग इन्हें अतिबवालिया बूथ मान रहा है। ये वे बूथ हैं जहां हर बार चुनाव में बवाल हुए है और इस बार भी होने की संभावना है। इस बार प्रशासन किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहता, इसलिए उन्होंने इन बूथों को अलग कर इन पर खास निगरानी की रणनीति बनाई है।
इन बूथों पर होगा खास ध्यान
जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से तैयार लिस्ट में सबसे खास निगाह अतिसंवेदशनशील प्लस बूथों पर होगी। इसके लिए प्रशासन ने अलग तैयारियां भी शुरू कर दी है। उप निर्वाचन अधिकारी की मानें तो इन बूथों की जहां अलग से विडियोग्राफी की व्यवस्था की गई है, वहीं दूसरे बूथ के मुकाबले यहां ज्यादा फोर्स तैनात रहेगी। इन बूथ की रेग्लुयर मॉनीटरिंग की जाएगी, वहीं जिला निर्वाचन कार्यालय से जुड़े अधिकारी इन बूथों पर विजिट भी करेंगे।
इस बार बूथों को संवेदनशीलता के आधार पर बूथों को तीन कैटेगरी में बांटा गया है। इसमें सबसे खास निगाह अतिसंवेदनशील प्लस बूथों पर होगी, ताकि कोई गड़बड़ी न हो। इसके साथ ऐसी व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी की आवश्यकता पड़ते बड़ी मात्रा में फोर्स इन बूथों पर भेजी जा सके।
- कुमार प्रशांत, उपनिर्वाचन अधिकारी