- ब्रह्मपुर गांव में गैस लीकेज के बाद बम की तरफ फटा सिलेंडर

- समय से नहीं पहुंची दमकल, स्थानीय लोगों ने आग किया कंट्रोल

BRAHMPUR: ब्रह्मापुर ब्लाक के ब्रहम्पुर गांव में गुरुवार को गैस सिलेंडर लीकेज के बाद लगी आग से सिलेंडर बम बनकर फट गया। इस दुर्घटना में घर की पूरी छत ध्वस्त हो गई जिससे पूरे एरिया में जबरदस्त दहशत फैल गई। फायर ब्रिगेड की गाड़ी के पहुंचने के पहले ही स्थानीय लोगों ने सूझबूझ व साहस का परिचय देते हुए आग पर काबू पा लिया। जिस मकान में ये दुर्घटना हुई, उसके सभी सभी सदस्य बाल-बाल बच गए। हालांकि आग और ब्लास्ट से करीब 20 लाख रुपये की सम्पत्ति के नुकसान का अनुमान है।

चाय बनाते वक्त हादसा

ब्रह्मपुर में देवेन्द्र दुबे का परिवार रहता है। वह गुरुवार को अपने काम पर निकले थे। बेटा राजा सुबह ही स्थानीय नई बाजार स्थित सावित्री गैस एजेंसी से नया सिलेंडर लेकर घर पहुंचा। उसे लगाकर चाय बनाने लगा। अचानक ही राजा ने देखा कि सिलेंडर के रेगुलेटर के पास आग की लपटें निकल रही हैं वह चिल्लाते हुए बाहर की ओर भागा। शोर सुन कर बाकी सदस्य भी बाहर की ओर भाग निकले।

लोगों ने थामा मोर्चा

आग की लपटें जल्द ही पूरे किचन में फैल गई और परिवार वालों की चीख पुकार सुन आस-पास के लोगों ने आग बुझाने की जुगत लगानी शुरू की। इसी बीच किचन में तेज धमाका हुआ जिसकी गूंज कई किलोमीटर तक सुनाई दी। इस धमाके में किचन के ऊपर की छत धराशायी हो गई। ब्लास्ट के बाद पूरे एरिया में भगदड़ सी मच गई लेकिन फिर लोगों ने साहस जुटा कर मकान की ओर रूख किया।

मुश्किल से पाया काबू

आग और सिलेंडर ब्लास्ट की घटना के बाद आग कमजोर पड़ने लगी और इसके बाद स्थानीय लोगों ने काफी मुश्किलों के बाद आग पर पूरी तरह काबू कर लिया। लोग इस बात से हैरान थे कि सूचना दिए जाने के बावजूद काफी देर तक न तो दमकल पहुंची ना ही पुलिस वाले।

एजेंसी पर भी शिकायत

राजा ने बताया कि पिछले कई दिनों से वह सिलेंडर के लिए एजेंसी का चक्कर लगा रहा था तब जाकर उसे सिलेंडर मिला। लीकेज के चलते ही ये हादसा हुआ। इस मामले में एजेंसी पर भी शिकायत हुई मगर एजेंसी वालों ने इसे लापरवाही कहते हुए पल्ला झाड़ लिया। गुरुवार को हुए हादसे में आग और छत धराशायी होने से करीब 20 लाख रुपये की सम्पत्ति व उपकरणों का नुकसान हुआ है।

सिलेंडर लें तो रखे ध्यान

- सिलेंडर लेने से पहले उसकी एक्सपायरी डेट जरूर देखें

- एक्सपायरी डेट उसके हैंडल के अंदर के हिस्से में प्रिंट रहती है।

- इसकी जानकारी एजेंसी या डिलीवरी बॉय से भी ली जा सकती है।

- सिलेंडर में यदि लीकेज है तो तत्काल एजेंसी को सूचित करें।

- सिलेंडर को छत या किसी खुली जगह रख दें जिससे खतरा कम हो।

- यदि एजेंसी रिस्पॉन्स न दे तो आईओसी या डीएसओ से शिकायत करें।