- डीडीयूजीयू के एडी बिल्डिंग कैंपस में हॉस्टलर्स और प्रॉक्टोरियल बोर्ड मेंबर्स भिडे़
- बिजली, पानी, टेबल और चेयर्स की मांग को लेकर हास्टलर्स कर रहे थे यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी
GORAKHPUR: डीडीयूजीयू हास्टलर्स और प्राक्टोरियल बोर्ड के मेंबर्स के बीच सैटर्डे को ऐसी हाथापाई हुई कि गुरु और शिष्य के संबंधों पर प्रश्नचिह्न लग गया। मामला सिर्फ हॉस्टल से जुड़ी समस्याओं से था। लेकिन इसे इतना तूल दे दिया गया कि बीचबचाव के लिए जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को हस्तक्षेप करना पड़ा।
जमकर की नारेबाजी
सैटेर्ड की दोपहर करीब क्ख्.फ्0 बजे एनसी, स्वामी विवेकानंद और संतकबीर हॉस्टल के हॉस्टलर्स बिजली, पानी, जर्जर भवन और हॉस्टल एलॉटमेंट को लेकर एडी बिल्डिंग पहुंच गए। यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हॉस्टलर्स की मांग थी कि उनकी समस्याओं को यूनिवर्सिटी प्रशासन गंभीरता से नहीं ले रहा है। इसी बीच चीफ प्रॉक्टर डॉ। सतीश पाण्डेय, डॉ। एके दीक्षित और प्रो। संजय बैजल मौके पर पहुंच गए। हॉस्टलर्स ने उनके खिलाफ भी नारेबाजी शुरू कर दी। आरोप प्रत्यारोप के बीच हॉस्टलर्स और प्राक्टोरियल बोर्ड के मेंबर्स के बीच हाथापाई शुरू हो गई। हॉस्टलर्स का आरोप था कि टायलेट के टैप टूटे हैं। हॉस्टल एलाटमेंट नहीं हो रहे हैं। पीने के पानी और रूम में टेबल और चेयर्स नहीं है। जबकि इसके लिए कई बार कंप्लेंट किया जा चुका है। वॉर्डेन प्रो। संजय बैजल और सुप्रिटेंडेट डॉ। एके दीक्षित ने बताया कि इन समस्याओं से वीसी को अवगत कराया जा चुका है। जल्द ही समस्या दूर हो जाएगी।
क्या कहना है वॉर्डेन और सुप्रिटेंडेंट का
संतकबीर हॉस्टल के वॉर्डेन प्रो। संजय बैजल और सुप्रिटेंडेंट डॉ। एके दीक्षित की मानें तो संतकबीर हॉस्टल के एलॉटमेंट प्रोसेज कंप्लीट किए जा चुके हैं। हॉस्टलर्स का यह आरोप निराधार है। इसके अलावा हॉस्टल के रूम में रखे गए चेयर्स और टेबल्स के लिए वीसी को ख्7 मार्च को ऑल रेडी लेटर लिखा जा चुका है। जिसकी संस्तुति भी मिल चुकी है। परचेजिंग कमेटी से जल्द ही खरीदारी हो जाएगी। इस बात का आश्वासन भी हॉस्टलर्स को दिया जा चुका है। वहीं मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट सतीश पाल, सीओ कैंट अतुल सोनकर और कैंट प्रभारी श्रीधराचार्य पांडेय ने मौके पर जाकर हॉस्टलर्स को आश्वास्त किया कि आपकी समस्याओं को अगले चार दिनों में दूर कर दिया जाएगा।
हॉस्टलर्स को समझाने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन वह मानने के तैयार नहीं थे। हॉस्टलर्स की जो भी मांगे थे उसे पूरा कर दिया जाएगा।
डॉ। सतीश चंद्र पांडेय, चीफ प्रॉक्टर, डीडीयूजीयू
मांग कर रहे हॉस्टलर्स में महज तीन ही लोग हमारे हॉस्टल के थे। बाकी बाहरी थे। लेकिन जो भी हॉस्टलर्स की समस्याएं आ रहीं हैं। उसे दूर कर लिया जाएगा। रहा सवाल टेबल और चेयर्स का तो उसकी परचेजिंग प्रॉसेस चल रही है।
प्रो। संजय बैजल, वॉर्डेन, संतकबीर हॉस्टल