- कमिश्नर के आदेश के बाद जीडीए ने किया सील

GORAKHPUR: कमिश्नर के आदेश के बाद मोहद्दीपुर के श्रीरामपुरम् कॉलोनी में चल रहा पर्ल हॉस्पिटल, लैप्रोस्कोपी एंड मैटर्निटी होम को जीडीए ने शुक्रवार को सील कर दिया। दो साल पहले खुले इस हास्पिटल के शुरुआती दौर में ही लोगों ने जीडीए और जिला प्रशासन से इसकी लिखित शिकायत कर दी थी। लोगों का आरोप था कि यह हॉस्पिटल अवैध रूप से संचालित हो रहा था यही नहीं यह रास्ते की जमीन भी बना हुआ है। इस शिकायत के बाद जीडीए ने इस हॉस्पिटल को सील करने की कार्रवाई की।

दो साल पहले बना था हॉस्पिटल

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह दो साल पहले इस हॉस्पिटल के संचालन का कार्य शुरू हुआ था। उसी समय मोहल्ले के 25 लोगों ने इस हॉस्पिटल को बंद कराने के लिए 5 मई 2012 को मंडलायुक्त को लिखित शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। एरिया के रहने वाले शीतल प्रसाद का कहना है कि इस हॉस्पिटल में आने वाले कोढ़ रोगी पूरे दिन गली के रास्ते पर बैठे रहते थे, जिसके कारण आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी होती थी। इस कमिश्नर को एक बार फिर से मोहल्ले के लोग मिले और हॉस्पिटल के बारे में सूचना दी, उसके बाद फिर से कार्रवाई शुरू हुई।

और अधिक होगी कार्रवाई

शहर में अवैध रूप से चले रहे हॉस्पिटल और नर्सिग होम्स पर कार्रवाई की जाएगी। जीडीए के जिम्मेदारों का कहना है कि बहुत संख्या में अवैध रूप से निर्मित किए हुए व संचालित हो रहे हॉस्पिटल व नर्सिग होम्स को संचालित होने की कंप्लेन आई है। जिनकी भी कंप्लेन आई है, उनकी सूची तैयार कर ली गई और उनकी फाइल भी निकाल ली गई है। फाइल की जांच की जा रही है और जैसे-जैसे फाइल में कमियां मिल रही है, उन संस्थानों को नोटिस दिया जा रहा है। नोटिस का समय समाप्त होने के तत्काल बाद कार्रवाई भी की जा रही है। शहर में लगभग 250 मोबाइल टॉवर भी चिन्हित हुए हैं। उनमें अधिकांश को नोटिस दे दी गई है। जल्द ही उन टॉवरों को भी सील करने की कार्रवाई की जाएगी।

प्रशासन ने बहुत अच्छा कार्य किया है, ऐसे अवैध रूप से चल रहे हॉस्पिटल्स को बंद कराना चाहिए। यह इलाज करने के नाम पर पैसा कमाते हैं और मोहल्लों में गंदगी फैलाते हैं।

शीतल प्रसाद, स्थानीय नागरिक

इस हॉस्पिटल को लेकर बहुत प्रॉब्लम हो गई थी। मरीज और तीमारदार रोड पर बैठे रहते थे और रास्ते में ही अपनी गाडि़यां खड़ी कर देते थे, जिसके कारण मोहल्ले वालों को आने-जाने में काफी परेशानी होती थी।

चित्रा देवी, स्थानीय नागरिक

लोगों की शिकायत के बाद पर्ल हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है, इसकी फाइल उपाध्यक्ष के पास भेज दी गई है। आगे भी अवैध निर्माण पर कार्रवाई जारी रहेगी।

एसके अरविंद, सहायक अभियंता, जीडीए