- डीडीयूजीयू में तैनात होमगार्ड्स को पिछले तीन महीने से नहीं मिली सैलरी
- परेशान होमगार्ड्स लगा रहे डिपार्टमेंट के चक्कर
GORAKHPUR: 'सर मेरी बेटी का रिश्ता किसी तरह से बना है। इसी महीने के 20 तारीख को गोद भराई है। रिश्तेदारों से उधार लेकर कुछ सामान की खरीदारी कर चुका हूं, कुछ और पैसों की जरूरत है, अब किससे उधार लेने जाउं'। यह दर्द है डीडीयूजीयू वीसी आवास पर तैनात होमगार्ड कमलेश लाल का। जो पिछले तीन माह से यूनिवर्सिटी में तनख्वाह का इंतजार कर रहा है, लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी की वजह से अब तक उसकी समस्या का समाधान नहीं हो सका है। सिर्फ कमलेश ही नहीं बल्कि डीडीयूजीयू में काम करने वाले सैकड़ों होमगार्ड्स ऐसे हैं, जिन्हें तनख्वाह न मिलने से घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है।
उदासीन हैं जिम्मेदार
डीडीयूजीयू कैंपस से लगाए एडी बिल्िडग, हॉस्टल, वीसी आवास समेत विभिन्न डिपार्टमेंट में करीब 200 से उपर होमगार्ड्स तैनात है। यूनिवर्सिटी और होमगार्ड डिपार्टमेंट के उदासीन रवैये के चलते इन्हें पिछले तीन माह से तनख्वाह नहीं मिली है। आलम यह है कि किसी को अपने बेटी की शादी करनी है तो किसी को अपने बच्चे की फीस भरनी है। यहीं कुछ को खाने तक के लाले पड़ गए हैं। इन सभी समस्याओं को लेकर ये होमगार्ड्स यूनिवर्सिटी वीसी और होमगार्ड कमांडर से कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अब तक इनकी समस्या दूर नहीं हो सकी है।
कब तक लें उधार
यूनिवर्सिटी में तैनात होमगार्ड राजेश पांडेय बताते हैं कि उनका घर कैंपिरयगंज में है, उन्हें अपने बच्चे की फीस भरनी है। लेकिन फरवरी और मार्च की अब तक सैलरी नहीं मिली है। आखिरकार कब तक दूसरों से उधार लेकर अपने घर का खर्चा चलाएंगे। कमोबेश गिरिजेश कुमार, रामनयन की हालत भी ऐसी ही है। उनका कहना है कि तनख्वाह न मिलने से घर का बजट बिगड़ गया है। कई बार तो घर जाने की भी हिम्मत नहीं जुटा पाते। अगर यही हाल रहा तो नौकरी छोड़नी पड़ेगी।
क्या कहना है जिम्मेदारों का
जब इस समस्या को लेकर आई नेक्स्ट ने होमगार्ड के जिला कमांडर अमित कुमार मिश्रा से बात की तो उन्होंने बताया कि फरवरी माह की तनख्वाह यूनिवर्सिटी प्रशासन को भेज दी गई है। कम से कम फरवरी की तनख्वाह तो उन्हें बांट देनी चाहिए। मार्च की भी प्रक्रिया चल रही है। सभी की लिस्ट आ जाती है तो उसे भी यूनिवर्सिटी को फॉरवर्ड कर दिया जाएगा।
होमगार्ड्स की सेलरी का क्या मामला है। इसकी फाइल देखी जाएगी। उनकी जो भी समस्या होगी। उसे दूर कराया जाएगा।
प्रो। अशोक कुमार, वीसी, डीडीयूजीयू