- पीपीगंज कसबे में एक्सीडेंट में दो सिपाहियों की मौत
- पति की मौत के बाद महिला कांस्टेबल को मिली थी नौकरी
GORAKHPUR: पीपीगंज कसबे में एक्सीडेंट में मारे गए कांस्टेबल को अंतिम सलामी दी गई। मंडे को पुलिस लाइन के परेड ग्राउंड में अफसरों ने गॉड ऑफ आनर दिया। सिपाहियों के फैमिली मेंबर्स को अफसरों ने मदद का भरोसा भी दिलाया। एडीजी सतीश कुमार माथुर, डीआईजी डा। संजीव कुमार, एसएसपी दिलीप कुमार, एसपी ग्रामीण ब्रजेश सिंह, एसपी क्राइम मानिक चंदन सरोज, एसपी ट्रैफिक रमाकांत प्रसाद सहित अन्य पुलिस अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।
पति की मौत के बाद नौकरी में आई अलका
पीपीगंज कसबे में संडे नाइट करीब साढ़े क्क् बजे बेकाबू कार खड़े डीसीएम से टकरा गई। एक्सीडेंट में पीपीगंज थाना में तैनात कांस्टेबल राजकुमार और गोरखनाथ में तैनात महिला कांस्टेबल अलका की मौत हो गई। दोनों गोरखनाथ से पीपीगंज थाना पर जा रहे थे। पुलिस अफसरों ने बताया कि गाजीपुर जिले के टीकापट्टी एरिया के गहमर निवासी जवाहर की पत्नी अलका ख्00म् में पुलिस की नौकरी में आई। अलका के पति पुलिस विभाग में थे। उनके निधन के बाद अलका पुलिस में आ गई। अलका की एक बेटी अंजली और बेटा अमर है। सिटी के एक कालेज में अंजली बीए सेकेंड ईयर की स्टूडेंट हैं। फैजाबाद जिले के कलहर एरिया स्थित बरवापुर निवासी कांस्टेबल राजकुमार की तैनाती पीपीगंज थाना में थी। राजकुमार की फैमिली फैजाबाद में रहती है। हादसे की सूचना पर फैमिली मेंबर्स गोरखपुर पहुंच गए। अलका के निधन के बाद उसके बेटा-बेटी अनाथ हो गए। पुलिस अधिकारियों ने दोनों से मिलकर मदद का आश्वासन दिया।
सिपाहियों के फैमिली मेंबर्स की पूरी मदद की जाएगी। परेड ग्राउंड में गॉड आफ आनर के बाद डेड बॉडी को अंतिम संस्कार के लिए उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
ब्रजेश सिंह, एसपी ग्रामीण