- प्रेमिका की शादी के लिए की लूट, कार्रवाई न होने पर बढ़ा हौसला

- पुलिस के हत्थे चढ़े हाइवे के लुटेरे, दो अब भी फरार

- राह चलते शुरू की वारदात, बन गए पेशेवर

GORAKHPUR: मोहब्बत किस कदर अंधी होती है, यह राज किसी से किसी से छुपा नहीं है। अगर मोहब्बत कामयाब न हो जो तो लोग सुसाइड जैसा कदम तक उठा बैठते हैं। मगर मिथुन ने इससे हटकर एक अलग ही कारनामा कर दिखाया। प्यार कामयाब न होने के बाद भी उसकी मोहब्बत जिंदा रही और अपनी प्रेमिका की शादी के लिए वह लुटेरा बन बैठा। यह किसी मूवी की स्क्रिप्ट नहीं बल्कि उन लुटेरों की हकीकत है, जो मोहब्बत में नाकाम होने पर लुटेरे बन बैठे। यह खुलासा एसएसपी प्रदीप कुमार ने शनिवार की दोपहर किया। बताया फोरलेन पर गोरखपुर से लेकर कुशीनगर तक बदमाश राहगीरों को निशाना बनाते रहे। आठ बदमाशों के गैंग के छह सदस्यों को पुलिस ने अरेस्ट किया। हाइवे पर राहगीरों से लूटे गए सामान और बाइक बरामद हुई। इनके डर से बाइक सवार राहगीरों ने रास्ता बदल दिया था। गैंग के दो फरार सदस्यों की पुलिस तलाश कर रही है।

कार्रवाई न होने पर बढ़ गया हौसला

पुलिस की पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि सभी अगल-बगल के गांवों के रहने वाले हैं। बेलवा बाबू चौराहे पर मिलने-जुलने के दौरान उनके बीच दोस्ती हो गई। गैंग के सरगना मिथुन की एक प्रेमिका थी जिसकी शादी के लिए पैसे की जरूरत पड़ी। रिश्तेदारी में निकले तो रास्ते में एक लूट कर ली। कार्रवाई न होने पर पेशेवर बन गए। मौका देखकर हाइवे पर लूटपाट करने लगे। कुछ को डंडा मारकर लूटा, तो कुछ को तमंचा सटा दिया। फोरलेन के अलावा मौका देखकर कालोनियों भी हाथ साफ किया। बदमाशों ने जिले में तीन डकैती, तीन चोरी और चार लूट की वारदातों को अंजाम दिया है। कुशीनगर जिले में भी वारदात करके सनसनी फैलाई। मिथुन के खिलाफ कैंट, खोराबार, पिपराइच थानों में 13 मुकदमे दर्ज हैं। परविंद यादव के खिलाफ चौरीचौरा थाना में आ‌र्म्स एक्ट और एनडीपीएस सहित चार मुकदमे, दिलीप चौधरी के खिलाफ चौरीचारा में चोरी का एक मुकदमा दर्ज है।

गैंग सरगना मिथुन की अगुवाई में करते थे वारदात

पुलिस की पूछताछ में बदमाशों की पहचान चौरीचौरा एरिया के सरदारनगर रौतनिया निवासी मिथुन उर्फ अजय, सुजीत, परविंद, गोविंद, झंगहा के गहिरा निवासी अवधेश, बेलवाबाबू निवासी दिलीप कुमार के रूप में हुई। पकड़े गए युवकों के पास से लूट की बाइक, 10,760 रुपए नकद, तीन अवैध असहले, कारतूस, मोबाइल सहित कई सामान बरामद हुआ। पुलिस की पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर वह लोग हाइवे पर लूटपाट करते थे।

पुलिस वाले बने राहगीर, तब पकड़े गए बदमाश

सहजनवां से लेकर जगदीशपुर के बीच फोरलेन पर लूटपाट अचानक बढ़ गई। रात में आठ बजे के बाद गुजरने वाले बाइक सवार राहगीरों के लिए बदमाश आफत बन गए। बदमाशों का गैंग डंडा मारकर बदमाशों को लूट लेता था। लगातार हो रही घटनाओं पर एसएसपी ने क्राइम ब्रांच की सर्विलांस टीम, स्वाट को बदमाशों की तलाश में लगाया। राहगीर बनकर पुलिस वाले हाइवे पर निकले तो रामनगर कड़जहा में कामयाबी मिली। ओवरब्रिज के पास तीन बाइक सवार छह लोगों को धर दबोचा।

इन वारदातों का हुआ खुलासा -

- 18 अगस्त 15 को कजाकपुर में राघवराम पांडेय की बाइक लूटी

- 13 सितंबर 15 को मानसपुरा, आजाद नगर से अमरनाथ की बाइक ले गए

- आठ सितंबर 15 को कमलेश यादव से फोरलेन पर मोबाइल और नकदी लूटी

- नौ सितंबर को सिक्टौर के पास फोरलेन पर बाइक, मोबाइल और 45 हजार नकदी लूटी

- नौ सितंबर रामनगर कड़जहां में ओवरब्रिज के पास राहगीर से 35 हजार नकदी लूटी

- 11 अप्रैल 15 को बुद्ध बिहार पार्ट से बाइक चोरी

- 12 अप्रैल 15 को रामपुर नई कालोनी में चेन लूट

- पांच मई 15 को बुद्धनगर मोहल्ले में चेन लूट

शातिर चिरैया का भांजा है मिथुन

लूट के आरोप में पकड़ा गया मिथुन शातिर चिरैया का भांजा है। दो माह पहले पुलिस ने चिरैया को अरेस्ट करके जेल भेजा है। परविंद के चाचा सेना में है, इसलिए वह सेना की वर्दी पहनकर लूट करने जाता था। एक पीडि़त ने उसकी वर्दी पहचान ली थी। 12वीं पास दिलीप को बिजनेस करने के लिए रुपए की जरूरत थी। इसलिए वह बदमाशों के चक्कर में पड़कर लूटपाट करने लगा। लूट के बाद बदमाशों का गैंग बाइक के नंबर प्लेट को पेंट कर देता था। अवधेश यादव एक सपा नेता की गाड़ी चलाता था। इसलिए उस पर किसी को शक नहीं होता था।

पुलिस टीम में शामिल खोराबार के एसओ रामाशीष यादव, एसआई धर्मेद्र सिंह, गोपाल प्रसाद, कांस्टेबल सनातन सिंह, अविनाश त्रिपाठी, धर्मेद्र तिवारी, कुतुबुद्दीन, देवेंद्र यादव शोएब खान, अनिल चौरसिया और दीपक सिंह ने बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इसलिए पुलिस टीम को पांच हजार का इनाम दिया गया है। गिरफ्तार बदमाशों के दो साथियों की तलाश की जा रही है। उनमें से एक के पास संतकबीर नगर जिले से लूटी बाइक लेकर भागा है।

प्रदीप कुमार, एसएसपी