-जुबिली इंटर कॉलेज में बना पूर्वांचल का पहला हाइटेक स्टूडियो
-रिकॉर्डिंग स्टूडियो में अब तक तैयार कर भेजे गए 163 वीडियो
-मंडल के 40 एक्सपर्ट टीचर्स बना रहे वीडियो
GORAKHPUR: कोविड 19 काल में भी बच्चे घर से वर्चुअल पढ़ाई कर सके। इसके लिए जुबिली इंटर कॉलेज में हाइटेक रिकॉर्डिंग स्टूडियो तैयार किया गया है। पूर्वांचल का पहला स्टूडियो होगा जहां हाइटेक मशीनें वीडियो बनाने के लिए लगाई गई हैं। यहां पर यूपी बोर्ड 9वीं से 12 वीं क्लास के सब्जेक्ट वाइज टीचर वीडियो तैयार कर रहे हैं। जिसे लखनऊ निदेशालय भेजा जाता है। जहां तीन अधिकारियों का पैनल वीडियो चेक कर एनसीईआरटी भेज देता है। एनसीईआरटी वीडियो को फाइनल कर स्वयं प्रभा चैनल और यूट्यूब पर लोड करता है। जिसे देखकर यूपी के 74 जिलों के बच्चे पढ़ते हैं। अभी तक गोरखपुर से 163 वीडियो भेजे जा चुके हैं। जिसमें से गोरखपुर के 6 वीडियो को स्वयं प्रभा चैनल और यूट्यूब पर लोड भी किया गया है।
निदेशालय करता चैप्टर एलॉटमेंट
जुबिली में बने स्टूडियो के मंडल प्रभारी डीके सिंह ने बताया कि लखनऊ निदेशालय सभी सब्जेक्ट से चैप्टर का एलॉटमेंट करता है। जिसे जिले को जो चैप्टर एलॉट होता है उसका वीडियो टीचर को बनाना होता है। वीडियो बनाने के लिए गोरखपुर मंडल से 9 वीं 10वीं के लिए 20 टीचर और 11 और 12 के लिए 20 टीचर सेलेक्ट किए गए है। मंडल के 40 सब्जेक्ट के एक्सपर्ट टीचर सेलेक्ट किए गए हैं।
गोरखपुर को एलॉट हुए अधिक चैप्टर
प्रभारी डीके सिंह ने बताया कि गोरखपुर को सबसे अधिक चैप्टर एलॉट हुए हैं। इसलिए सुबह 10 से शाम 6 बजे तक टीचर्स सब्जेक्ट वाइज वीडियो तैयार करते रहते हैं। 22 अप्रैल को जेडी की मीटिंग में बच्चों को इंट्रेक्टिव टीचिंग पर जोर देने के बात कही गई थी। इसके बाद से ही ऐसे वीडियो बनाए जा रहे हैं जिसे बच्चे आसानी से समझ सकें।
चैनल पर चल रहा वीडियो
प्रभारी डीके सिंह ने बताया कि एनसीईआरटी अधारित यूपी बोर्ड के स्लेबस के आधार पर कंटेंट तैयार किया जाता है। एडी स्कूल की प्रवक्ता डॉ। चारू शीला सिंह का दसवीं क्लास के लिए और डॉ। माया सिंह का 12 वीं क्लास हिंदी सब्जेक्ट के लिए बनाया गया वीडियो एनसीईआरटी में सेलेक्ट हो चुका है। इनके पांच वीडियो स्वयं प्रभा चैनल और यूट्यूब पर चल रहे हैं।
डीडी यूपी पर चलेंगी क्लासे
प्रभारी डीके सिंह ने बताया कि गोरखपुर से भेजे गए अधिकत्तर वीडियो को होल्ड किया गया है। यूपी बोर्ड की क्लास अब डीडी यूपी पर भी शुरू होने जा रही है। इस चैनल पर क्लास एक या दो दिन में शुरू हो जाएगी। इसके बाद बाकी वीडियो भी क्लास वाइज चलाए जाएंगे।
4 लाख में तैयार हुआ सेटअप
प्रभारी डीके सिंह ने बताया कि जुबिली की नई बिल्डिंग में स्टूडियो तैयार किया गया है। इसमे कुल चार लाख रूपए खर्च हुए हैं। जिसमें से 2.23 लाख स्क्रीन, 75000 कैमरा पर और इसके अलावा अन्य कामों में खर्च हुआ है। जुबिली में पांच अलग-अलग कमरे में भी टीचर ट्रेन पोर्ट के जरिए वीडियो बनाते हैं और प्रैक्टिस करते हैं।
स्टूडियो की लागत-4 लाख
टीचर बना रहे वीडियो- 40
क्लास का बना रहा वीडियो-9-12
अब सेलेक्ट हुए वीडियो- 6
अधिकतम समय का वीडियो- 30 मिनट
वर्जन-
कोरोना काल में बोर्ड स्टूडेंट की पढ़ाई ना रूके। इसके लिए गोरखपुर में पहला स्टूडियो तैयार किया गया है। जो हाइटेक मशीनों से लैस है। टीचर्स स्टूडियों में आकर अच्छा कंटेंट तैयार करते हैं। जिससे कि स्टूडेंट को आसानी से समझ में आए।
दीपक सिंह, मंडल प्रभारी, स्टूडियो
चैनलों पर बच्चों की क्लास पहले से चल रही है। बच्चों के इंट्रेक्टिव टीचिंग के लिए स्टूडियो तैयार किया गया है। एलॉट चैप्टर का वीडियो बनाकर लखनऊ निदेशालय भेजा जा रहा है। वहां अधिकारियों की टीम वीडियो के कंटेंट की जांच करती है।
ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह भदौरिया, डीआईओएस