- रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने किया दावा
- ऑन डिमांड रिजर्वेशन की होगी व्यवस्था
GORAKHPUR: इंडियन रेलवे में पायलट बेस पर टाइमटेबल के आधार पर माल गाडि़यों का संचलन होगा। रेलवे में नेटवर्क विस्तार की समस्या को सुलझाने का प्रयास भी किया जा रहा है। एनईआर में इलेक्ट्रिफिकेशन के काम में देरी हुई है, लेकिन जुलाई मंथ के लास्ट तक इलेक्ट्राफिकेशन का पूरा हो जाएगा। रविवार को पूर्वोत्तर रेलवे के जीएम सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए केंद्रीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने पत्रकारवार्ता में यह दावे किए। उन्होंने कहा कि एनईआर में तेजस-हमसफर और उदय ट्रेन भी चलाई जाएंगी, जिससे पैसेंजर्स को और भी बेहतर सुविधा मिल सके।
2020 तक ऑन डिमांड रिजर्वेशन
रेल राज्य मंत्री ने कहा कि इलेक्ट्रिफिकेशन से लेकर डबल, ट्रिपल और चौहरीकरण का काम किया जा रहा है। वर्ष 2020 तक रेलवे में पैसेंजर्स को ऑन डिमांड रिजर्वेशन मिल सकेगा। 24 कोच से कम की ट्रेन में कम से कम दो और अधिकतम चार कोच दयालु योजना के लगाने के लगाने का प्रयास होगा। रेलवे में विद्युतीकरण के काम में विलंब को स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा कि रेल सफर को प्रभावित किए बिना काम होने से विलंब हुआ है। परिचालन और यात्री सुविधा के साथ काम करने की वजह से थोड़ी देरी हुई। एनईआर में जुलाई माह के अंत तक इलेक्ट्रिीफिकेशन का काम पूरा करा लिया जाएगा। पूर्वोत्तर रेलवे में कोई मीटर गेज नहीं रह गया है।
कमाई पर जीएम को शाबाशी
यातायात में कमाई करने के मामले में पूर्वोत्तर रेलवे ने पहला स्थान प्राप्त किया है। रेल राज्य मंत्री का स्वागत करने के बाद जीएम राजीव मिश्र ने यह जानकारी दी। बताया कि लखनऊ, गोरखपुर और छपरा में फूड प्लाजा खोला गया है। यातायात के मामले में सबसे अधिक आय करने पर जीएम को रेल राज्य मंत्री ने शाबाशी दी। रेलवे की अन्य योजनाओं के बारे में जीएम ने विस्तार से जानकारी दी। प्रेसवार्ता के पूर्व रेल राज्यमंत्री कोगार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।