- बुढि़या माई दर्शन को जा रहा था ऑटो, हादसे में दो की मौत
- बस का टायर फटने से हुआ हादसा, आटो बुरी तरह क्षतिग्रस्त
- घायलों को देखने अस्पताल पहुंचे जिलाधिकारी व एसएसपी
GORAKHPUR : रफ्तार के वार ने फ्राइडे को गोरखपुराइट्स पर कहर बरपाया। कैंट थाना क्षेत्र के थाना क्षेत्र के नंदानगर में जहां रोडवेज की अनुबंधित बस और ऑटो की टक्कर में दो लोगों की मौके पर मौत हो गई, वहीं पांच घायल हो गए। घायलों में तीन जिला अस्पताल में और दो निजी अस्पताल में एडमिट हैं। सभी ऑटो में सवार थे और बुढि़या माई मंदिर जा रहे थे। ओवरटेक करते वक्त बस का टायर फट गया और अनकंट्रोल्ड बस सामने जा रहे ऑटो से टकरा गई। एक्सीडेंट के बाद बस का ड्राइवर और कंडक्टर घायल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने बस को कब्जे में ले लिया है। हादसे की जानकारी मिलने पर डीएम व एसएसपी सीधे जिला अस्पताल पहुंच घायलों का हालचाल लिया और डॉक्टर्स को निर्देश दिए। फिर दोनों अधिकारी घटनास्थल पहुंचे और दोषियों पर कार्रवाई करने का आदेश दिया।
रफ्तार ने ढाया कहर
सिटी के सवारियां लेकर एक ऑटो सुबह 10 बजे बुढि़या माई मंदिर के लिए निकला। ऑटो अभी नंदानगर पुलिस चौकी से आगे ही बढ़ी थी कि कसया की ओर से आ रही परिवहन निगम की बस का ओवरटेक करते वक्त टायर फट गया। असंतुलित बस ने ऑटो में टक्कर मार दी। हादसा इतना भयानक था कि ऑटो के परखच्चे उड़ गए। ऑटो की पिछली सीट पर बैठे यात्री बाहर जा गिरे। ऑटो में बैठे दो यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पांच अन्य घायल हो गए। हादसे की जानकारी पाकर पुलिस व एरिया के पार्षद श्याम यादव मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पार्षद की गाड़ी से घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
पहुंच गए प्रशासनिक अफसर
हादसे की जानकारी मिलने पर डीएम रंजन कुमार, एसएसपी प्रदीप कुमार, एसपी सिटी हेमंत कुटियाल ने जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना। एक घायल का एक्स-रे कराने के लिए डीएम व एसएसपी स्वयं सेंटर गये और उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी पूरी मदद होगी। जिलाधिकारी रंजन कुमार ने कहा कि बस का टायर फटने से यह घटना हुई। सभी घायलों को मेडिकल सहायता दी जा रही है। ऑटो चालक नंदलाल के सिर में चोट आयी है। सभी घायलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
लिमिट से दोगुनी स्पीड में थी बस
हाइवे पर हुए भयंकर हादसे की वजह भले ही टायर फटना रहा हो, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो बस की रफ्तार कम से कम 40 किमी। प्रति घंटा थी। हादसा एयरफोर्स एरिया में हुआ, जहां पर स्पीड लिमिट 20 किमी। प्रति घंटा से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। बस ड्राइवर ने स्पीड लिमिट के नियमों की पूरी तरह अनदेखी की, जिसके चलते दो लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
हादसे में गई जान
आशा देवी पत्नी जितेंद्र, रानीडिहा, इंजीनियरिंग कॉलेज
भागवत पुत्र राधेश्याम , भीटी रावत, सहजनवां
एक्सीडेंट में हुए घायल
सुनीता देवी (37) पत्नी भागवत (सीने व सिर पर चोट)
अजीत (12) पुत्र भागवत (सिर पर चोट)
नंदलाल (47) (सिर में चोट )
अनारी देवी (35) ( दाहिना पैर टूटा)
मालती देवी (45)(चेहरे व हाथ में चोट)
डराते हैं ये आंकड़े
- देश में हर मिनट एक बड़ा एक्सीडेंट होता है और हर घंटे 16 लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवा बैठते हैं।
- रोज 377 लोग सड़क हादसों में मौत के शिकार होते हैं। ये एक जंबो जेट क्रैश होने के बराबर है।
- उत्तर प्रदेश में हर घंटे दो मौत होती हैं। उत्तर प्रदेश सड़क हादसों से होने वाली मौतों के मामले में पहले पायदान पर है।
- हर दिन भारत में 1214 सड़क हादसे होते हैं।
- रोड एक्सीडेंट्स से होने वाली मौतों में 25 परसेंट टू व्हीलर्स की वजह से होती हैं।
- हर दिन 14 साल से कम उम्र के 20 बच्चों की रोड एक्सीडेंट में मौत हो जाती है।
- ज्यादातर हादसों में ड्रंकेन ड्राइव बड़ा कारण बनता है।
जख्म भरने नहीं देता रोडवेज
रोडवेज की बसों से हादसों का सिलसिला काफी पुराना है। हर साल रोडवेज की बसों के नीचे आकर जान गंवा बैठते हैं। रोडवेज एक जख्म देता है तो उसके भरने से पहले ही दूसरा दे देता है। 2013 में मानीराम में इसी तरह एक रोडवेज बस ने दूसरी को टक्कर मारी थी, जिसमें 8 यात्रियों की मौत हुई थी। वहीं एक दर्जन से अधिक यात्री घायल हुए थे। उसके बाद 2014 में रोडवेज की अनुबंधित बस ने गिरधरगंज बाजार में अपना उग्र रूप दिखाया और 5 लोगों को मौत की नींद सुलाने के साथ 11 लोगों को मौत से जूझने के लिए अस्पताल पहुंचा दिया। अभी लोग ये हादसा भूले भी नहीं थे कि अप्रैल 2015 में झगहां थाना क्षेत्र के गहिरा गांव में एक अनुबंधित बस ने पहले ट्राली और उसके बाद एक बाइक को टक्क्कर मार दी, जिसमें 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी।
अब तक 240 ने गंवाई जान
रोड एक्सीडेंट में मौत - 240
घायल - 100
नोट- पुलिस विभाग के अनुसार, जुलाई 2015 तक।