गोरखपुर (ब्यूरो)। आलम यह है कि बुखार एक जैसा है, लेकिन जांच अनेक कराई जा रही हैं। वह भी तब जब डेंगू अपने चरम पर है और वायरल फीवर की चपेट में हर कोई आ चुका है। यही नहीं जिला अस्पताल में हाई ग्रेड फीवर वाले मरीजों के तादाद भी बढ़ती चली जा रही है।
आलम यह है कि जिला अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन 45-50 मरीज फीवर वाले हैैं, इनमें 15-20 मरीज हाई ग्रेड ïफीवर वाले हैैं। लेकिन बुखार के सामान्य लक्षण वाले मरीजों की जांच मेें डेंगू, मलेरिया, वायरल फीवर समेत जेई-एईएस की जांच भी अनिवार्य रूप से कराई जा रही है। दरअसल, इस बदलते मौसम में एक नए तरह के बुखार ने लोगों को परेशान कर रहा है। हालांकि, डॉक्टर इसे वायरल फीवर ही मान रहे हैं। वायरल फीवर एक सप्ताह में ठीक हो जाता है, लेकिन यह बुखार 15 से 21 दिन में ठीक हो रहा है। डॉक्टरों ने एडमिट पेशेंट्स के नमूने लेकर डेंगू, चिकनगुनिया, इंफ्लूएंजा, स्वाइन फ्लू, मलेरिया, कोविड, टाइफायड, स्कार्लेट फीवर की जांच करा रहे हैैं।
फीवर पेशेंट बढ़े
बता दें, इन दिनों डेंगू के कुल 68 मरीज हो चुके हैैं। वहीं, 58 केस एईएस-जेई, मलेरिया के 3 केस हैैं, जिला अस्पताल को ओपीडी में आने वाले मरीजों में बुखार के मरीजों को अलग से रखा जा रहा है। जो वायरल के मरीज हैैं, उन्हें दवा देकर घर भेज दिया जा रहा है। लेकिन जांच सभी की कराई जा रही है। जिला अस्पताल के सीनियर फिजीशियन डॉ। राजेश कुमार ने बताया कि जितने भी हाई ग्रेड फीवर वाले मरीज आ रहे हैैं। उन सभी की जांच कराई जा रही है, क्योंकि डेंगू, मलेरिया, टायफाइड की पुष्टि तभी हो सकेगी। जब जांच सभी कराई जाएगी। सभी के लक्षण भी समान हैं।
एक नजर में पेशेंट
डेट - हाई ग्रेड फीवर - वायरल फीवर
27 सितंबर - 09 - 30
26 सितंबर - 07 - 27
25 सितंबर - 07 - 22
24 सितंबर - 06 - 24
23 सितंबर - 08 - 19
इन बीमारियों में एक समान लक्षण
- चिकनगुनिया
- मलेरिया
- वायरल फीवर
- टायफाइड
- डेंगू
केस 1
खोराबार निवासी 9 वर्षीय राहुल को बुखार होने से घर वाले परेशान हो गए। मेडिकल स्टोर से दवा लेकर दी गई, लेकिन फायदा नहीं हुआ। जब डॉक्टर से दिखाया तो हाई ग्रेड फीवर पाया गया। एंटीबॉयोटिक दवा देने के बाद वह ठीक हो सका। कम से कम एक हफ्ते का वक्त लगा।
केस 2
जिला अस्पताल में आए रमेश मौर्य बताते हैैं कि वह सिर्फ पैरासिटामॉल ले रहे थे। लेकिन बुखार उतर नहीं रहा था, बदन में दर्द और सिर में दर्द भी बना हुआ था, लेकिन डाक्टर से दिखाने के बाद डाक्टर ने जांच कराई तो डेंगू की पुष्टि हुई।
बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ी है, वायरल फीवर, हाई ग्रेड फीवर, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया सभी की जांच कराई जा रही है। ताकि बीमारी की सही ढंग से पुष्टि हो सके। इसमें घबराने की जरूरत नहीं है। डाक्टर की प्रॉपर सलाह से इलाज की जरूरत है।
डॉ। आशुतोष कुमार दुबे, सीएमओ गोरखपुर