-वार्ड 68, मुफ्तीपुर में लगे कैंप में सैकड़ों मरीजों ने कराया फ्री चेकअप

-स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की टीम ने किया चेकअप, दी एडवाइस

GORAKHPUR: आप कितने स्वस्थ हैं इसकी टेंशन आपको भले न हो, मगर आई नेक्स्ट को है। तभी आई नेक्स्ट की ओर से गोरखपुराइट्स को हेल्दी बनाने के लिए एक प्रोग्राम शुरू हुआ 'हेलो हेल्थ'। इसके तहत थर्सडे को वार्ड म्8 के मुफ्तीपुर स्थित अमन गेस्ट हाउस में एक मेडिकल कैंप लगाया गया। जहां स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की टीम थी तो अपना चेकअप कराने के लिए सैकड़ों की भीड़। भीड़ ने अपनी हर परेशानी को डॉक्टर के सामने रखा तो स्पेशलिस्ट डॉक्टर ने उन्हें एडवाइस देने के साथ सॉल्यूशन भी बताया। कैंप में सबसे अधिक मरीज पेट संबंधित बीमारी के आए। कैंप में चेकअप कराने के बाद वहां से निकलने वाला हर शख्स आई नेक्स्ट के इस प्रयास की भूरि-भूरि प्रशंसा कर रहा था। साथ ही एरिया के कई लोगों ने आई नेक्स्ट को एडवाइस भी दी कि यह कैंप शहर के अन्य इलाकों में भी लगाया जाए ताकि पूरा गोरखपुर स्वस्थ्य हो सके।

पायरिया कर रहा परेशान

डेंटल सर्जन डॉ। अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि कैंप में सबसे अधिक मरीज पायरिया के मिले। क्0 परसेंट मरीजों के दांतों की कंडीशन काफी खराब मिली। उन्हें तुरंत इलाज की सलाह दी गई। अधिकांश लोगों की प्रॉब्लम का रीजन सही ढंग से दांतों की सफाई न करना था। बच्चों में कैविटी की प्रॉब्लम मिली। ख्0 परसेंट लोगों को आरसीटी कराने की एडवाइस दी गई। मरीजों में हर एजग्रुप के लोगों ने अपने दांतों का चेकअप कराया। कैंप में आए भ् परसेंट लोग दांत की प्रॉब्लम से परेशान थे।

लापरवाही ने बनाया मरीज

कैंप में ईएनटी रिलेटेड बीमारी से परेशान कई मरीज आए। ईएनटी सर्जन डॉ। पीएन जायसवाल ने बताया कि अधिकांश मरीज जुकाम, एलर्जी और कान के बहने से परेशान थे। दो मरीज ऐसे आए, जिनकी नाक का मांस बढ़ गया था। इससे उन्हें सांस लेने में प्रॉब्लम हो रही थी। एक मरीज गले की टीबी से पीडि़त था। सभी मरीजों को एडवाइस दी गई। इन बीमारियों का मेन रीजन लापरवाही है। कान, नाक और गले में होने वाली छोटी प्रॉब्लम को नजरअंदाज करने के कारण अब वह बीमारी बन गई है। कैंप में आए ख्ब् परसेंट मरीज ईएनटी की प्रॉब्लम से परेशान थे।

एनिमिया से परेशान महिलाएं

कैंप में आई अधिकांश महिलाएं अन्य बीमारी के साथ स्त्रीरोगों से भी परेशान दिखी। गाइनकोलॉजिस्ट डॉ। सुरहीता करीम ने बताया कि महिलाओं में सबसे अधिक प्रॉब्लम एनीमिया और हाई ब्लडप्रेशर की मिली। कैल्शियम की कमी तो लगभग हर महिला में थी। सभी महिलाओं को इस बीमारी के बारे में एडवाइस देने के साथ उन्हें दवा के अलावा इसे दूर करने का उपाय बताया। अधिकांश महिलाएं जोड़ दर्द और बदन दर्द से भी परेशान थी। कैंप में आई भ्0 परसेंट महिलाएं ब्लडप्रेशर, फ्0 परसेंट एनीमिया और 70 परसेंट महिलाओं में कैल्शियम की कमी मिली।

पेट दर्द और लीवर ने किया परेशान

कैंप में सबसे अधिक भीड़ फिजीशियन के पास नजर आई। जहां किसी भी डॉक्टर से चेकअप कराने वाला मरीज फिजीशियन के पास चेकअप कराने या एडवाइस लेने जरूर आ रहा था। फिजीशियन डॉ। संजीव गुप्ता ने बताया कि अधिकांश मरीजों में पेट दर्द की प्रॉब्लम थी। कई लोग डायबिटीज और ब्लडप्रेशर से पीडि़त थे। हालांकि अधिकांश मरीज सीजनल बीमारियों जैसे फीवर, सर्दी-जुकाम से परेशान थे। कैंप में म्0 परसेंट मरीज एमडी मेडिसिन को दिखाने आए थे। जिसमें से भ्0 परसेंट मरीज पेट की प्रॉब्लम से ग्रसित थे। बाकी भ्0 परसेंट में डायबिटीज, जुकाम, सर्दी, खांसी और अन्य बीमारी थी।

सीजन चेंज ने किया बच्चों को परेशान

कैंप में बच्चों का चेकअप सीनियर चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ। एसएम सिन्हा ने किया। उन्होंने बताया कि कैंप में आए अधिकांश बच्चे सीजन चेंज होने के कारण बीमार थे। किसी को सर्दी थी तो कोई पेट दर्द, बुखार से पीडि़त था। अधिकांश लेजीज ने अपने बच्चों का वेट कम होना, एक्टिव कम होना संबंधित कई छोटी-छोटी चीजों के बारे में जानकारी ली। कैंप में आए बच्चों में 80 परसेंट सीजनी बीमारी से पीडि़त मिले।

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टीवी से दूर रखे बच्चों को

कैंप में आए अधिकांश बच्चों को नजर दोष था। आई सर्जन डॉ। जीके गुप्ता ने बताया कि बच्चों में नजरदोष का मेन रीजन टीवी अधिक देखने के साथ गेम और मोबाइल का बढ़ता यूज है। जिन बच्चों की नजदीक की नजर कमजोर थी, पूछने पर बताया कि वे नजदीक से टीवी देखते हैं। भ्0 साल से अधिक एज वाले मरीजों में मोतियाबिंद की परेशानी मिली। उन्हें आपरेशन कराने की एडवाइस दी गई। एक महिला ग्लूकोमा से पीडि़त थी। डॉक्टर ने उसे एडवाइस देने के साथ दवा लिखी। कैंप में आए ब्0 परसेंट मरीज आंख संबंधित बीमारी से परेशान थे।

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आई नेक्स्ट का यह प्रयास सराहनीय है। मैं आई नेक्स्ट का शुक्रिया अदा करता हूं कि उन्होंने इस मेडिकल कैंप के लिए मेरे वार्ड को सेलेक्ट किया। जरूरतमंद का स्पेशलिस्ट डॉक्टर की टीम ने चेकअप कर उनका इलाज किया, इससे सभी खुश हैं।

जियाउल इस्लाम, पार्षद और एक्स डिप्टी मेयर

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शहर के विभिन्न एरिया में मेडिकल कैंप समय-समय पर लगना जरूरी है। आई नेक्स्ट का यह कदम प्रशंसनीय है। इस प्रयास को आगे बढ़ाते रहना चाहिए। कैंप में स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स का फायदा उन मरीजों को भी मिल जाता है, जो उन तक नहीं पहुंच पाते।

सत्येंद्र सिन्हा, सेक्रेटरी (प्रगति शिक्षण एवं ग्रामीण विकास संस्थान)

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शहर को खबरों से रूबरू कराने वाले आई नेक्स्ट का न्यूजपेपर से हट कर यह काम सराहनीय है। आई नेक्स्ट लोगों के दिल तक अगर बसा है तो उसका फर्ज भी निभाता है। मेडिकल कैंप लगाकर आई नेक्स्ट ने गोरखपुर का स्वस्थ बनाने का जो प्रयास किया है, वह अगर जारी रहा तो स्वस्थ गोरखपुर बन जाएगा।

संदीप सिंघानिया, सिंघानिया क्लासेस

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सेहत का ख्याल सिर्फ डॉक्टर्स, सरकारी संस्थान या समाजसेवी संस्थाओं को नहीं होता बल्कि न्यूजपेपर को भी होता है, यह आई नेक्स्ट ने इस कैंप के जरिए बता दिया है। आई नेक्स्ट का यह प्रयास सराहनीय है। अगर ऐसे कैंप लगते रहे, तो गंभीर बीमारी फैल नहीं सकती है और इलाज के अभाव में मौत हो नहीं सकती।

डॉ। सुरहीता करीम, स्टार हॉस्पिटल

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आई नेक्स्ट का कैंप बहुत शानदार है। सभी शहर के फेमस डॉक्टर हैं। इनसे चेकअप कराते ही ठीक हो जाएंगे।

राबिया खातून

कैंप बहुत अच्छा रहा। जिन डॉक्टर से दिखाने के लिए पैसा खर्च करना पड़ता था, टाइम भी लगता था, उनसे फ्री में चेकअप करा लिया।

मेहरून निशा

आई नेक्स्ट का कैंप बहुत अच्छा है। सभी डॉक्टर स्पेशलिस्ट थे। फ्री चेकअप करने के साथ दवा भी लिख दी।

नंदा

आई नेक्स्ट का कैंप बहुत अच्छा रहा। कैंप में आए डॉक्टर्स ने चेकअप करने के साथ दवा भी लिखी।

इजहार अहमद

जिन डॉक्टर से मिलना कठिन होता है, वे आई नेक्स्ट के इस कैंप में आसानी से मिल गए। उनसे फ्री चेकअप भी करा लिया। आई नेक्स्ट का कैंप बहुत अच्छा रहा।

अजमत अली

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दवा भी मिली फ्री

आई नेक्स्ट के प्रोग्राम हेलो हेल्थ के क्रम में लगे मेडिकल चेकअप कैंप में जहां स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की टीम मरीजों का चेकअप किया। दवा लिखी और एडवाइस भी दिया। वहीं स्टार हॉस्पिटल की ओर से मरीजों को फ्री दवा भी दी गई। हॉस्पिटल की ओर से कैंप में आई अधिकांश महिलाओं को फ्री दवा दी गई।