गोरखपुर (ब्यूरो).जिले में 10 साल बाद रिकॉर्ड बारिश हुई। वेदर डिपार्टमेंट के अनुसार बुधवार सुबह 8.30 बजे से गुरुवार सुबह 8.30 बजे बजे तक 145 मिलीमीटर वर्षा हुई। पिछले 10 वर्षों में सितंबर माह में एक दिन में इतनी बारिश कभी नहीं हुई। 18 सितंबर 2012 को 155.7 मिलीमीटर वर्षा हुई थी।
जिला अस्पताल में घुसा पानी
बारिश का पानी जिला अस्पताल, एसएसपी ऑफिस, पीडब्ल्यूडी कार्यालय, महेवा मंडी समेत कई ऑफिसों में घुस गया। वहीं, कई जगहों पर सड़कों की खोदाई कर छोडऩे से उसमे हुए जलभराव से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
बारिश के बीच निकालते रहे पानी
गुरुवार को कुछ मोहल्लों को छोड़कर ज्यादातर स्थानों से पानी निकलता रहा। एक ओर जिम्मेदार पानी निकलवाते रहे हैं तो दूसरी ओर बारिश से लगातार जलभराव होता जा रहा था। शहर के देवरिया बाईपास रोड के आसपास के मोहल्लों, रुस्तमपुर, मेडिकल रोड, दाउदपुर, गीता प्रेस रोड, गोरखनाथ समेत कई इलाकों में जलभराव की स्थिति रही। शहर की अधिकांश सड़कें और बाजार भी पानी में डूबे रहे।
जलभराव से निपटने दौड़ती रही नगर निगम और जीडीए टीम
नगर आयुक्त अविनाश सिंह के निर्देश पर नगर निगम की टीम मौके का निरीक्षण कर पंपिंग सेट से पानी निकालने की व्यवस्था दिनभर करती रही। उधर, जीडीए वीसी प्रेम रंजन सिंह के निर्देश पर जीडीए टीम ने देवरिया बाईपास के आसपास के प्रभावित मोहल्लों का निरीक्षण किया। सफाई कर्मियों को तैनात कर नालों की सफाई कराई तो वहीं पंपिंग सेट चालू कराकर पानी निकालने की व्यवस्था की।
अभी 3 दिनों तक होगी बारिश
वेदर डिपार्टमेंट गोरखपुर के प्रभारी डॉ। जेपी गुप्ता ने बताया, फिलहाल मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा। शुक्रवार और शनिवार को भी बारिश होगी। मौसम में नमी की वजह से रिमझिम बारिश होती रहेगी। इस दौरान तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी। बताया कि मंगलवार रात से गुरुवार तक 176 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। इसमें बुधवार रात से गुरुवार को 145 एमएम बारिश हुई है, जो एक रिकॉर्ड है। फिलहाल मौसम की ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी।
तापमान में आई गिरावट
गुरुवार को तापमान में काफी गिरावट आई। गुुरुवार को अधिकतम तापमान 25.8 और न्यूनतम 22.9 डिग्री सेल्सियस रहा। यही नहीं गुरुवार की बारिश ने फिजा में ठंडक घोल दी है। तापमान में गिरावट से अधिकांश घरों में पंखे बंद रहे। रात में सोते वक्त लोगों ने चादर भी ओढ़ी और बच्चों को गर्म कपड़े पहनाए।
भारी बारिश से जहां पानी लगा था, उसे निकलवाने के लिए नगर निगम की टीम सुबह से जुट गई थी। शाम तक सभी जगहों से पानी निकलवा लिया गया था। कुछ जगहों से पानी बंद होने पर जलभराव खत्म हो गया। धर्मशाला पुल के नीचे और एम्स के सामने बारिश में भींगकर सफाई करने वाले सफाई कर्मचारियों को एक-एक हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा।
- अविनाश सिंह, नगर आयुक्त
शिकायतों से गूंजा निगम का कंट्रोल रूम
बारिश से सिटी के मोहल्लों में जलभराव हुआ तो लोग नगर निगम के कंट्रोल रूम में फोन कर समस्याएं बताने लगे। कुछ जगह निगम की टीम पहुंची, लेकिन कई जगह किसी के न पहुंचने से जलभराव बरकरार रहा। गुरुवार को नगर निगम के कंट्रोल रूम में 33 लोगों ने फोन कर जलभराव की समस्या बताई।
केस 1
चक्सा हुसैन निवासी मो। आरिफ ने बताया कि पूरे इलाके में बारिश से पानी भर गया। शिकायत के बाद भी कोई अधिकारी या फिर कर्मचारी देखने नहीं आया। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बारिश का पानी निकलने में कई घंटे लगेंगे।
केस 2
बशारतपुर, शक्तिनगर निवासी आनंद पी। वर्मा ने बताया कि बारिश से घर के आसपास काफी जलभराव हो गया। नगर निगम के कंट्रोल रूम में फोन किया, लेकिन कोई नहीं आया। घर से निकलने में परेशानी हुई। कोई सुनवाई नहीं हुई।
केस 3
फुलवरिया के जय प्रकाश ने बताया कि नवल्स इंटर कॉलेज के चारों तरफ पानी लग जाने से घर से कोई निकल नहीं पा रहा है। नगर निगम के कंट्रोल रूम में फोन कर शिकायत की, लेकिन कोई नहीं आया। अभी तक पानी बरकारार है।
केस 4
राप्तीनगर फेज-4 निवासी डॉ। बीके सिंह ने बताया कि नगर निगम कंट्रोल रूम में घर के आसपास जलभराव की शिकायत की। शाम तक इंतजार के बाद भी कोई नहीं आया। इसके चलते घर से बाहर नहीं निकल सका।