गोरखपुर (ब्यूरो)।पिछले साल 2022 में 19 दिन हीट वेव रिकॉर्ड की गई थी। पिछले पांच साल के आंकड़ों को देखते हुए प्रशासन ने यह अलर्ट जारी किया है। एडीएम एफआर राजेश कुमार सिंह ने बताया कि सभी विभागों को मिलकर हीट वेव से निपटना होगा। अप्रैल माह में टेम्प्रेचर बढऩा शुरू हो गया है। अप्रैल-मई में हीट वेव की संभावना पहले ही व्यक्त कर दी गई थी। गोरखपुराइट्स को इस बात का ध्यान रखना होगा कि दो दिनों तक 45 डिग्री सेलसियस तापमान रहे तो समझिए लू ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है।

एक से दो दिन में सेंसटिव जोन होंगे डिक्लेयर

एडीएम एफआर ने बताया, हीट वेव से निपटने के लिए शासन को एक्शन प्लान भेज दिया गया है। यहां की जनसंख्या, स्कूल-कालेज समेत तहसील और स्वास्थ्य सुविधाओं का भी जिक्र करते हुए तैयारियां की गई हैैं। जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता ने बताया कि हीट वेव ऐसे सेंसटिव जोन हैैं। जहां पर पब्लिक प्लेस पर छज्जा नहीं होता है, ऐसे जगहों को नगर निगम और नगर पंचायत को सेंसेटिव जोन बनाए जाने के लिए निर्देशित किया गया है। एक से दो दिनों में सेंसटिव जोन डिक्लेयर कर दिए जाएंगे।

क्या है हीट वेव

- वेदर डिपार्टमेंट के अनुसार हीट वेव को तब तक नहीं माना जाता, जब तक मैदानी इलाकों का अधिकतम का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक एवं पहाड़ी क्षेत्रों का अधिकतम 30 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा न हो जाए।

- जब एक स्टेशन का सामान्य अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से कम या बराबर होता है तो हीटवेव सामान्य से 5 से 6 डिग्री सेल्सियस तक है। सिवियर हीटवेव सामान्य से 7 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक है।

- जब एक स्टेशन का सामान्य तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक है तो हीटवेव 4 से 5 डिग्री सेल्सियस एवं विसिबल समान्य से 6 डिग्री सेल्सियस से अधिक है।

- जब वास्तविक अधिकतम तापमान सामान्य अधिकतम तापमान के बावजूद 45 डिग्री सेल्सियस या अधिक रहता है तो हीटवेव को घोषित किया जाना चाहिए।

बीते 5 साल में सर्वाधिक तापमान व हीटवेव

सन - मार्च - अप्रैल - मई - जून - जुलाई - हीट वेव डेज

2018 - 00 - 00 - 00 - 42.8 - 39.5 - 10

2019 - 36.9 - 43.8 - 43.2 - 44.0 - 37.0- 31

2022 - 32.6 - 38.1 - 39.5 - 00 - 00 - 00

2021 -37.7 - 41.0 - 41.0 - 38.6 - 38.5 - 6

2022 - 36.4 - 42.4 - 40.7 - 40.8 - 37.2 - 19