गोरखपुर (ब्यूरो)।बताया जा रहा है कि 46 साल के एक्टर को हार्ट अटैक आया था। इससे पहले राजू श्रीवास्तव समेत कई सेलेब्रिटी की जान जिम की वजह से गई है। सवाल ये है कि आखिर वर्कआउट करने के चलते हार्ट अटैक क्यों आता है। इसको लेकर जब दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने कार्डियोलॉजिस्ट और जिम एक्सपट्र्स से बात की तो कई महत्वपूर्ण बातें बताईं। जो जिम जाने वालों के लिए जरूरी हैं।

वर्कआउट के लिए बनाते हैैं प्रेशर

दरअसल, गोरखपुर में 250 से ज्यादा जिम हैं, लेकिन जब एक्सपर्ट की बात आती है तो कुछ जगहों को छोड़कर ज्यादातर जिम संचालक अनट्रेंड ट्रेनर्स के जरिए ही वर्कआउट के लिए प्रेशर बनाते हैैं। जो सेहत के लिए हानिकारक है। इसके अलावा बीपी, शुगर या फिर कॉर्डिएक के जो पेशेंट्स हैैं, उन्हें जिम जाने से पहले कई चीजों की बारे में जानकारी होना चाहिए।

हार्ट और एक्सरसाइज के बीच संबंध

कार्डियोलॉजिस्ट डॉ। अखिलेश पटेल ने बताया, जब आप तेजी से दौड़ते हैं या फिर ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं तो महसूस करते होंगे कि हार्ट ज्यादा तेज धड़क रहा है। इससे तो साफ हो जाता है कि एक्सरसाइज और हार्ट के बीच कनेक्शन हैं। नॉर्मल एक्सरसाइज करने वालों की तुलना में जिम में ज्यादा वर्कआउट करते हैं। हैवी वेट उठाते हैं। ट्रेडमिल पर हम ज्यादा दौड़ते हैं। हद से ज्यादा एक्सरसाइज हार्ट पर ज्यादा प्रेशर डालती है, जो सेहत के लिए सही नहीं होता है। कुछ वक्त पहले एक स्टडी धावकों पर की गई थी, जिसमें पाया गया था कि तेज दौडऩे की वजह से धावकों के हृदय की क्षति से जुड़े बायोमार्कर पाए गए थे। स्वस्थ शरीर वाले 45 मिनट से 1 घंटे तक एक्सरसाइज करें। सबसे अच्छी एक्सरसाइज पैदल चलना है। हार्ट पेशेंट 20 मिनट से ज्यादा समय तक ट्रेडमिल पर दौड़े नहीं।

ज्यादा दौडऩा और ज्यादा एक्सरसाइज से होती दिल की बीमारी

कार्डियोलॉजिस्ट डॉ। रोहित अग्रवाल बताते हैैं कि हार्ट अगर ज्यादा शारीरिक तनाव को बार-बार सहता है तो यह स्थायी हो सकता है। ज्यादा देर जिम में ज्यादा देर तक एक्सरसाइज करना, ट्रेड मिल पर ज्यादा दौडऩे से दिल की बीमारी की आशंका बढ़ जाती है। दिल का दौरा तब आता है जब हार्ट में ब्लड का फ्लो गंभीर रूप से कम या बाधित हो जाता है। ज्यादा एक्सरसाइज हृदय की मांसपेशियों के हिस्से को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे हार्ट अटैक हो सकता है।

हार्ट अटैक के यह भी हैैं वजहें

- तंबाकू-धूम्रपान, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और फैमिली हिस्ट्री भी होती है। यहां तक की मानसिक तनाव भी हार्ट अटैक की वजह बन सकती है।

रहें सावधान, सुरक्षित रखें दिल

- जिम जाने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आप हार्ट पेशेंट, डायबिटीज पेशेंट तो नहीं हैं। अगर हैं तो जिम ट्रेनर को इसकी जानकारी दें।

- हार्ट पेशेंट जिम में हैवी वर्कआउट ना करें।

- सामान्य इंसान भी हैवी वर्कआउट अचानक शुरू ना करें।

- हार्ट पेशेंट 20 मिनट से ज्यादा समय तक ट्रेडमिल पर दौड़े नहीं।

- ट्रेडमिल का स्पीड भी ज्यादा नहीं रखें।

- एक्सरसाइज के दौरान तुरंत पानी ना पीएं।

- ट्रेनर की निगरानी में एक्सरसाइज करें।

- अगर जिम के दौरान किसी भी तरह की बेचैनी लग रही हो तो तुरंत वर्कआउट बंद कर दें।

- बेचैनी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

- अगर जिम करते हैं तो डाइट पर फोकस करें।

- बढ़ती उम्र के साथ-साथ हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रोल का खतरा रहता है। 35 साल के बाद अपना रेगुलर चेकअप कराते रहें।

एक्सेज एक्सरसाइज नहीं की जानी चाहिए। हमारे जिम में जितने भी ट्रेनर हैैं। उन सभी को पहले से ही ट्रेंड किया गया है कि वह स्ट्रॉयड या फिर प्रोटीन के सेवन के लिए एडवाइज नहीं देंगे। हमारे यहां जो भी एक्सरसाइज के लिए आते हैैं। उन्हें इस बात की मनाही होती है कि वह एक्सेज एक्सरसाइज न करें और ना ही वाहवाही में ज्यादा वर्कआउट करें।

डॉ। डीके गुप्ता, ऑनर, एनी टाइम फिटनेस

मैैं जिम का ऑनर होने के साथ-साथ 30 साल से एक्सपर्ट भी हूं। जिम के प्रॉपर जो नियम हैैं, उसी के अकॉर्डिंग ही एक्सरसाइज करवाई जाती है। किसी भी प्रकार के स्ट्रॉयड या फिर प्रोटीन नहीं दी जाती हैं और ना ही सलाह दी जाती है। वर्कआउट के लिए धीरे-धीरे वजन बढ़ाया जाता है।

अशोक श्रीवास्तव, ऑनर, शेप अप जिम