गोरखपुर (ब्यूरो)।यह हम नहीं बल्कि बीआरडी मेडिकल कालेज के यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के ओपीडी में आने वाले मरीजों पर की गई स्टडी में खुलासा हुआ है। दरअसल, यूरोलॉजी डिपार्टमेंट में जो मरीज आ रहे हैैं। उनमें ज्यादातर लोगों को किडनी में स्टोन की शिकायत है। यह सभी मरीज गोरखपुर-बस्ती मंडल के सात जिले और बिहार के हैैं। यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के एक्सपर्ट यूरोलॉजिस्ट डॉ। नायब दानिश ने 350 पेशेंट्स पर स्टडी की, जिसमें 40 फीसदी मरीजों की किडनी में स्टोन मिला। यह किडनी को पूरी तरह से डैमेज कर चुका है और फंक्शनल नहीं है। डॉक्टर इसे क्रॉनिक किडनी डिजीज बता रहे हैं।

नहीं पीते पर्याप्त पानी

प्रतिदिन ओपीडी में करीब 40 फीसद मरीज इस एक समस्या से जूझ रहे हैैं। यह इलाज के लिए पहुंच रहे हैैं। मेडिकल कॉलेज के यूरोलॉजिस्ट डॉ। नायब दानिश ने बताया कि किडनी की स्टोन में क्रॉनिक किडनी डिजीज में सबसे ऊपरी पायदान पर है। रोजाना ओपीडी में करीब 40 फीसदी मरीज एक बीमारी के पहुंच रहे हैं। ईस्ट यूपी का खानपान बेहतर नहीं है, 3 से 4 लीटर पानी रोजाना सेवन करना चाहिए, लेकिन आज की पीढ़ी बिल्कुल भी ऐसा नहीं कर रही है। वर्किंग लेडीज हो या फिर जेंट्स पानी कम पीने की वजह से उनमें यह समस्या ज्यादा है। स्टडी के दौरान यह पाया गया कि वह घर से बाहर ज्यादा रहते हैैं। ऐेसे में वह जितनी पानी की जरूरत है वह उतना पानी नहीं इस्तेमाल कर पाते हैं।

बीपी खराब कर रही है किडनी

बीआरडी मेडिकल कालेज के यूरोलॉजिस्ट डॉ। पवन एसके ने बताया कि हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर के कारण भी किडनी पर असर पड़ता है। हाई ब्लड प्रेशर के कारण किडनी को खून की आपूर्ति करने वाली धमनियों पर दबाव बढ़ जाता है। इससे किडनी के फेब्राइल टूटने लगते हैं जो कि किडनी फंक्शन के लिए घातक है।

यह है सिंपटम्स -

- अगर कमजोरी महसूस हो थकान लगे भूख में कमी होना किडनी की बीमारी के संकेत हैं।

- खून में हीमोग्लोबिन का स्तर नीचे गिरना यूरिन कम होना, एड़ी पैर व तलवों में सूजन हो तो सतर्क हो जाएं।

- यूरिन में झागऔर खुजली वाली त्वचा, पेट दर्द, पेट के निचले हिस्से में दर्द, बुखार के साथ उल्टी होने पर भी डॉक्टर से परामर्श लें।