गोरखपुर (ब्यूरो)।बच्चे सुबह और शाम को सोने से पहले ब्रश जरूर करें। वहीं आंखों को हेल्दी बनाए रखने के लिए जंक फूड से दूर रहने के साथ ही ग्रीन वेजिटेबल का भी भरपूर इस्तेमाल करें। यह इंस्ट्रक्शन डॉक्टर्स ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से स्कूलों में ऑर्गनाइज हेल्थ मीटर एक्टीविटी के दौरान स्टूडेंट्स को दिए। सोमवार को सेंट पॉल्स पब्लिक स्कूल, चरगांवा और आरपीएम एकेडमी, सिविल लाइंस में क्लास फस्र्ट से 5 के स्टूडेंट्स का अपोलो क्लीनिक गोरखपुर के डॉक्टर्स ने हेल्थ चेकअप कर उनको जरूरी टिप्स दिए।

चॉकलेट और जंक फूड को करें इग्नोर

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम के साथ गोरखपुर अपोलो क्लीनिक की टीम भी स्कूलों में पहुंची। यहां पर एक-एक कर बच्चों के दांत, आंखों के साथ ही उनकी जनरल प्रॉब्लम्स की जांच की गई। इसमें ज्यादातर बच्चों में कैविटी की समस्या देखने को मिली। ऐसे बच्चों को डॉक्टर्स ने चॉकलेट से दूर रहने और रेग्युलर डेंटल चेकअप कराने की सलाह दी।

ज्यादा बच्चों में कैविटी की समस्या देखने को मिली है। पेरेंट्स को सही ट्रीटमेंट कराने की सलाह दी गई है। हेल्थ रिपोर्ट के हिसाब से पेरेंट्स अपने बच्चे का समय-समय पर रुटीन चेकअप कराते रहें।

डॉ। प्रीति कुमारी, डेंटिस्ट एमडीएस, अपोलो क्लीनिक

5 से 7 साल तक के बच्चों में कैविटी की प्राब्लम देखी गई है। हेल्थ रिपोर्ट कार्ड को लेकर पेरेंट्स उनको डेंटिस्ट के पास ले जाएं। जिनके दांतों में दर्द है वे तुरंत इसका ट्रीटमेंट कराएं नहीं तो आगे उनको और दिक्कत हो सकती है।

डॉ। नीलांजना सरकार, एमडीएस, अपोलो क्लीनिक

कुछ बच्चों मे अस्थमा की प्रॉब्लम देखी गई है। इन्हें बड़ी दिक्कत से बचने के लिए इंफ्लुएंजा वैक्सीन का डोज टाइम टू टाइम लेना चाहिए।

डॉ। आमिर नदीम, एमडी, अपोलो क्लीनिक

कई बच्चों के दांतों में कैविटी देखी गई है। इसकी वजह उनके दांतों में खाना फंस जाता है। इससे बचने के लिए उन्हें टाइम से अपना ट्रीटमेंट करना चाहिए।

डॉ। सुमित गोयल एमडीएस, अपोलो क्लीनिक

ज्यादातर बच्चों में कफ और कोल्ड की प्रॉब्लम देखने को मिली। पेरेंट्स अपने बच्चों के हाईजीन का खास ख्याल रखें। हेल्दी फूड के साथ ही उन्हें आउटडोर गेम्स खेलने के लिए मोटिवेट करें।

डॉ। तुषार सिन्हा, एमबीबीएस, एमडी, अपोलो क्लीनिक

स्मार्टफोन ज्यादा यूज करने की वजह से बच्चों की आंखें प्रभावित हो रही हैं। काफी छोटी उम्र में ही उनको चश्मा लग जा रहा है। पेरेंट्स अपने बच्चों को स्मार्टफोन से दूर रखें।

डॉ। मो। फैज, ऑप्थैल्मोलॉजिस्ट, अपोलो क्लीनिक

स्कूल के ज्यादातर बच्चों ने इस एक्टीविटी में पार्टिसिपेट किया। कई बार उनकी छोटी-छोटी प्रॉब्लम्स को टीचर्स या पेरेंट्स समझ नहीं पाते हैं। ऐसी एक्टीविटी से उन प्रॉब्लम्स का पता चलता है। हेल्थ रिपोर्ट कार्ड मिलने से पेरेंट्स भी भी रेगुलर चेकअप कराते रहेंगे।

अजय शाही, डायरेक्टर, आरपीएम एकेडमी

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की यह बहुत अच्छी एक्टीविटी है। रुटीन चेकअप होने से बच्चे किसी बड़ी बीमारी से बचे रहेंगे। हेल्थ रिपोर्ट कार्ड से पेरेंट्स भी अपने बच्चे की सेहत से अपडेट होंगे।

अमरीश चंद्रा, एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर, सेंट पॉल्स स्कूल