गोरखपुर (ब्यूरो)।इस पर ड्रग विभाग ने सीएमओ को पत्र भेजकर पर्याप्त सैंपल मांगा है, जिससे वैक्सीन की जांच हो सके और मामले की सही जानकारी मिल सके कि आखिर तीनों मासूमों की मौत का कारण क्या था?
ड्रग इंस्पेक्टर जय सिंह ने बताया कि हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से वैक्सीन जांच के लिए पत्र मिला था। पत्र मिलने के बाद अस्पताल से हेल्थ डिपार्टमेंट ने ओरल पोलियो वैक्सीन, हेपेटाइटिस-बी और बीसीजी का वायल जब्त किया था। तीनों वैक्सीन बच्चों को लगाए गए थे। वैक्सीन लगने के बाद एक-एक करके तीनों बच्चों की मौत बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग में इलाज के दौरान हो गई थी। हेल्थ डिपार्टमेंट से तीनों वैक्सीन का एक-एक वायल जांच के मिला था, जिसे जांच के लिए उन्हें हिमाचल प्रदेश के कसौली स्थित वैक्सीन जांच केंद्र पर भेजा गया था। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि तीनों वैक्सीन के वायल जांच के लिए कम थे, जिस पर कसौली से पत्र भेजकर जांच के लिए वैक्सीन की पर्याप्त खुराक मांगी है। इसकी जानकारी हेल्थ डिपार्टमेंट को दे दी गई है।
यह है मामला
ग्रीनलैंड हॉस्पिटल में पांच मार्च को तीन नवजातों को नियमित वैक्सीन के तहत बीसीजी, हेपेटाइटिस बी और ओरल पोलियो वैक्सीन लगाई गई थी। वैक्सीन लगने के बाद से तीनों बच्चों की हालत बिगड़ गई। इसमें से एक की छह मार्च और दूसरे की 12 मार्च को मौत हो गई। जबकि, तीसरे मासूम की मौत 17 मार्च को हो गई थी। तीनोंं नवजातोंं का इलाज बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग में चल रहा था। मामले में तीनों नवजातोंं के परिजनों की तरफ से बीआरडी मेडिकल कॉलेज के स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ। सुधीर गुप्ता और उनके सहयोगियों के खिलाफ चिलुआताल थाना में केस दर्ज कराया गया है। साथ ही ग्रीनलैंड हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है। मामले की जांच भी पुलिस की तरफ से की जा रही है। इसके अलावा तीनोंं नवजातों का पोस्टमार्टम भी कराया गया है, जिसमें मौत का कारण न पता चलने की वजह से बिसरा भी सुरक्षित रखा गया है।