- स्वास्थ्य महकमा ने गर्मी व लू से बचने के लिए दे रहे सुझाव
- सीएमओ ने दुरुस्त कराई स्वास्थ्य व्यवस्था, वहीं मातहतों को दिए जरूरी दिशा निर्देश
GORAKHPUR: भीषण गर्मी और उमस ने गोरखपुराइट्स की परेशानी बढ़ा रखी है। आए दिन हीट स्ट्रोक का शिकार मरीज सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में एडमिट हो रहे हैं। जबरदस्त गर्मी के कहर से परेशान लोगों को राहत देने के लिए अब स्वास्थ्य महकमा भी हरकत में आ गया है। हीट स्ट्रोक की चपेट में आने वाले मरीजों के इलाज के लिए उन्होंने जहां जरूरी इंतजाम करवाए हैं, वहीं अब वह इससे बचने के उपाय भी बता रहे हैं।
मातहतों को दिए निर्देष
आफत से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने मातहतों के साथ ही विभाग में जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं। इसमें बचने के लिए क्या करें और क्या ना करने सभी सुझाव जा रहे हैं। सीएमओ डॉ। रविंद्र कुमार ने मंगलवार को अपने मातहतों को भी आगे आकर लोगों को अवेयर करने को कहा है।
हीट स्ट्रोक के लक्षण
- गर्म लाल, शुष्क त्वचा का होना, पसीना न आना।
- तेज पल्स होना।
- उथले श्वास गति में तेजी।
- व्यवहार में परिवर्तन, भ्रम की स्थिति।
- सिर दर्द, मचली, थकान और कमजोरी होना, चक्कर आना।
- मूत्र न होना व इसमें कमी।
मनुष्य के शरीर में प्रभाव
- उच्च तापमान से शरीर के आंतरिक अंगों, विशेष रूप से मस्तिष्क को नुकसान पहुंचता है और बॉडी में हाई बीपी उत्पन्न करता है।
- मनुष्य के हार्ट पर इसका एडवर्स इफेक्ट पड़ता है।
- जो लोग एक या दो घंटे से अधिक समय तक 40.6 डिग्री सेल्सिय या अधिक तापमान व गर्म हवा में रहते हैं तो उनके मस्तिष्क में क्षति होने की संभावना प्रबल हो जाती है।
बचने के उपाय
-तेज धूप में निकलने से बचें।
-अगर तेज धूप में निकलना हो तो छाता व टोपी और पूरे शरीर को कपड़े से ढक कर निकले।
-पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर घर से बाहर निकले। समय समय पर पानी पीए।
-पानी, मौसमी, गन्ने, कच्चा आम, ओआरएस घोल, तरबूज, नारियल का पानी ज्यादा कारगर ।
- चाय काफी पीने से परहेज करें।
लू और हीट स्ट्रोक से बचने के लिए जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं। कर्मचारियों को भी इसके लिए कहा गया है।
- डॉ। रविंद्र कुमार, सीएमओ