गोरखपुर (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम शुक्रवार को बेतियाहाता स्थित पैथोलॉजी सेंटर्स पर पहुंची। इस दौरान निजी लैब संचालकों द्वारा डेंगू जांच के नाम पर अतिरिक्त चार्ज वसूली करने की बात सामने आई। निजी लैबों की इस मनमानी पर हेल्थ डिपार्टमेंट अंकुश भी नहीं लगा पा रहा है। हालांकि, इस लूटपाट पर सीएमओ को शिकायत का इंतजार है।

80 पैथोलॉजी रजिस्टर्ड

गोरखपुर में डेंगू का प्रकोप बढ़ा तो पैथोलॉजी सेंटर्स पर जांच कराने वालों की भीड़ भी बढ़ी है। गोरखपुर हेल्थ डिपार्टमेंट के रिकार्ड में करीब 80 निजी लैब संचालक रजिस्टर्ड हैं। 18 सेंटर्स को छोड़ दिया जाए तो सभी रैपिड किट से डेंगू की जांच कर रहे हैं।

1500 में एलाइजा टेस्ट

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम बेतियाहाता स्थित चंद्रा डिजिटल एक्सरे अल्ट्रासाउंड सेंटर एंड पैथोलॉजी में पहुंची। जांच के लिए पहुंचे लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। रिपोर्टर रिसेप्शन पर पहुंचा, यहां दो कर्मचारी जांच के लिए मरीजों की पर्ची बनाते नजर आए। रिपोर्टर ने कहा, मां की तबीयत खराब है। डेंगू की जांच करानी है। कर्मचारी ने कहा कि पहले डॉक्टर की पर्ची के साथ मरीज को ले आएं। इसके बाद जांच हो जाएगी। फिर रिपोर्टर ने कहा कि एनएस वन की जांच कितने में होती है। कर्मचारी ने बोला कि 1500 रुपए लगेंगे। जांच के लिए एक पर्ची बनवाना होगी।

रैपिड टेस्ट के ले रहे 800 रुपए

बेतियाहाता स्थित मधु निदान केंद्र में रिपोर्टर ने रैपिड किट से जांच कराने की बात कही तो वहां बैठे स्टाफ ने 800 रुपए की डिमांड की। एलाइजा टेस्ट कराने की बात पर स्टाफ ने कहा कि हमारे यहां नहीं होता है।

15 से 20 मिनट में रिजल्ट

निजी पैथोलॉजी में रैपिड किट से होने वाली जांच में 15 से 20 मिनट का समय लगता है। इसी जांच रिपोर्ट के आधार पर पैथोलॉजी रिपोर्ट देते हैं। जबकि हेल्थ डिपार्टमेंट इस जांच को नहीं मानता है। बिना एलाइजा जांच के रिपोर्ट अधूरी मानी जाती है।

सीएमओ के आदेश की धज्जियां

2 सितंबर 2023 को सीएमओ की ओर से जारी आदेश में लिखा है कि डेंगू का संक्रमण काल चल रहा है। जिसके कारण डेंगू के लक्षण वाले मरीज डेंगू की जांच निजी पैथोलॉजी व डायग्नोस्टिक सेंटर पर भी करा रहे हैँ। जिसमें यह प्रकारण सामने आया है कि निजी पैथोलॉजी संचालक जांच के नाम पर अधिक शुल्क ले रहे हैं। जो कि आपत्तिजनक है। इस संबंध मेंं आप सभी को निर्देशित किया जा रहा है कि शासन द्वारा निर्धारित न्यूनतम दर पर ही शुल्क मरीज से लिए जाएं। किसी भी तरह की शिकायत प्राप्त होने की दशा में संबंधित सेंटर्स के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

हेल्थ डिपार्टमेंट से फिक्स रेट और क्या वसूल रहीं पैथोलॉजी

टेस्ट का नाम फिक्स जांच रेट वसूल रहे निजी लैब संचालक

एनएस वन 1200 1500

एनएस वन कार्ड टेस्ट 700 800-1000

प्लेटलेट्स काउंट टेस्ट 100 150

सीबीसी टेस्ट 250 300

निजी पैथोलॉजी संचालक डेंगू की जांच के नाम पर मनमाना रेट नहीं वसूल सकते। इसके लिए आदेश जारी किया गया है। साथ ही जांच रेट भी फिक्स कर दिया गया है। अगर कोई सेंटर मनमाना रेट वसूल रहा है तो शिकायत मिलने पर संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी। जिला अस्पताल में एलाइजा जांच की सुविधा फ्री है। लोग जिला अस्पताल में जांच करा सकते हैं।

डॉ। आशुतोष कुमार दुबे, सीएमओ गोरखपुर