- बीड़ी पीकर फेंक दिया खेत में, जल गई एक बीघे में लगी गेहूं की फसल

- ग्रामीणों ने मिट्टी, पानी फेंककर व अरहर के पौधों से पीटकर बुझाई आग

- आग बुझने के बाद पहुंची फायर बिग्रेड तो भड़के गांव वाले

SAHJANWA: सहजनवां थाना क्षेत्र के पिपरौली, जैतपुर में बुधवार को सुबह किसी सिरफिरे ने जलती बीड़ी खेत में फेंक दी। इससे गेहूं के खेत में आग लग गई। ग्रामीणों ने किसी तरह आग पर काबू पाया। तब तक एक बीघे में लगी गेहूं की फसल जलकर का ढेर बन गई। आग बुझने के बाद पहुंचे अग्निशमन दस्ते पर युवक भड़क उठे। हालांकि गांव के ही अन्य लोगों ने समझा बुझाकर मामला शांत कराया।

धुआं देख दौड़े लोग

सहजनवां थाना क्षेत्र के पिपरौली ब्लॉक के जैतपुर निवासी राधेश्याम का खेत गांव के पास ही है। एक बीघे में गेहूं की खेती कर रखी थी। आसपास अन्य ग्रामीणों के भी खेत हैं। बुधवार को सुबह 11 बजे खेत से धुआं उठता दिखाई दिया। गांव के लोगों ने देखा तो कलेजा मुंह को आ गया। जो जहां था, वहीं से दौड़ पड़ा। गांव के बच्चों से लेकर बुजुर्ग, महिलाएं सब खेत में पहुंच गए।

उखाड़ लिए अरहर के पौधे

गांव के लोग पहुंचे तो राधेश्याम के खेत में पकी फसल धू-धू कर जल रही थी। आसपास अन्य खेतों में भी गेहूं है। सबको अपनी फसल की चिंता थी। ग्रामीण जी-जान से आग बुझाने में लग गए। पास स्थित अरहर के खेत से ताबड़तोड़ पौधे उखाड़े और आग पर पीटने लगे। कुछ लोग कुदाल से मिट्टी काटकर फेंकने लगे। गांव से युवक बाल्टी से पानी ढो-ढोकर किसी तरह आग पर काबू पाया। लेकिन तब भी राधेश्याम की फसल नहीं बचाई जा सकी।

समझदारी से बुझी आग

ग्रामीणों की एकजुटता और समझदारी से आग पर काबू पाया जा सका। अरहर के पौधे उखाड़कर ग्रामीणों ने आग वाले एरिया को चारो तरफ से घेर लिया और आगे की तरफ बढ़ते हुए आग पर पौधे से पीटते गए। बहुत ही कम समय में बड़ी संख्या में गांव वालों के पहुंच जाने के कारण आधे घंटे के अंदर आग पर काबू पा लिया गया और आग को आगे बढ़ने से रोक लिया।

बीड़ी से लगी आग

घटना के कुछ देर पहले ही गांव के बच्चों ने एक आदमी को बीड़ी पीते हुए जाते देखा था। थोड़ी ही देर बाद लोगों को धुआं दिखाई दिया। इससे ग्रामीणों ने संदेह व्यक्त किया कि उसी व्यक्ति ने जलती बीड़ी खेत में फेंक दी होगी। राधेश्याम ने किसी से दुश्मनी से इनकार किया है। उनका कहना है कि उस व्यक्ति ने बिना सोचे-समझे बीड़ी फेंक दी होगी और आग लग गई। खेत की फसल के साथ उनकी मेहनत और पूंजी सबकुछ खत्म हो गया। घटना के बाद से वे और उनका परिवार सदमे में है। गांव वाले ढांढस बंधा रहे हैं।

फायर ब्रिगेड पर भड़का गुस्सा

आग लगने की जानकारी होने के तुरंत बाद गांव के युवकों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी थी। खेत से मात्र 6 किमी। दूर गीडा में फायर स्टेशन है लेकिन फायर ब्रिगेड की गाड़ी सूचना के डेढ़ घंटे बाद पहुंची। तब तक ग्रामीणों ने आग बुझा दी थी। फायर ब्रिगेड की गाड़ी को देखते ही गांव के युवकों का गुस्सा फट पड़ा। वे हंगामा करने लगे। हालांकि तुरंत ही गांव के बुजुर्गो ने स्थिति संभाल ली और गाड़ी को वहां से भेज दिया।

घटना की जांच कराई जाएगी। किसान को मुआवजा दिया जाएगा। फायर ब्रिगेड की गाड़ी देर से पहुंची है तो इस मामले में शो कॉज किया जाएगा।

- विनोद गौड़, उपजिलाधिकारी

यहां भी राख पर पानी डालने पहुंचा फायरब्रिगेड (कैरी ओवर)