- स्कूल की छुट्टी होने से और अधिक हुई परेशानी

- दोपहर 2 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक जाम से जूझते रहे लोग

- रोड पर जलजमाव से भी हुई परेशानी, हल्की बारिश से हर तरफ पानी-पानी

GORAKHPUR: उफ्फ यह जाम। किधर जाऊं, कुछ समझ में नहीं आ रहा। स्कूल बंद हो गया, बच्चा वेट कर रहा होगा मगर इस जाम में स्कूल कैसे पहुंचे। हरिओम नगर तिराहे में जाम में फंसा एक बाइक सवार बड़बड़ा रहा था। दूसरे लोगों की भी खीझ अलग-अलग तरीके से निकल रही थी। यही हाल शहर लगभग हर गली, मोहल्ले का था, जहां लोग जाम में फंसे हुए थे। शुक्रवार को हल्की बारिश के बाद रोड पर जलजमाव और जाम ने सबको रुला दिया। महज आधे घंटे की बारिश हुई लेकिन इससे रोड पर करीब दो घंटे तक लोग जाम से जूझते रहे।

हर कोई फंसा जाम में

दोपहर में हुई बारिश के बाद अचानक रोड पर ट्रैफिक बढ़ गया। वहीं रोड के अधिकतर हिस्से पर जलजमाव के कारण वह राहगीरों व छोटे वाहनों के लिए अनयूज्ड हो गया। लोग डर से उधर से गुजरना नहीं चाह रहे थे कि कहीं गड्ढे में फंसकर दुर्घटनाग्रस्त न हो जाएं। सबसे अधिक उन गार्जियन को दिक्कत हुई जो अपने बच्चे को स्कूल से घर ले जाने के लिए निकले थे। कोई स्कूल से बच्चे को घर ले जाते समय फंसा था तो कोई स्कूल जाते समय ही जाम के झाम में फंस गया। जाम भी ऐसा कि कार, बाइक तो दूर पैदल चलना मुश्किल था। ट्रैफिक पुलिस भी इस जाम के आगे हार मानती नजर आई।

सीन 1

हरिओम नगर

रोड पर लोग- करीब 15 हजार

यह शहर का प्रमुख तिराहा है। इस तिराहे से डेली आधा दर्जन स्कूलों के साथ ही यूनिवर्सिटी के भी बच्चे आते-जाते हैं। इसके अलावा उनके गार्जियन व बाजार के लोग शामिल रहते हैं। कचहरी जाने वाले भी इसी तिराहे से होकर गुजरते हैं। दोपहर दो बजे इस तिराहे पर जाम में करीब 20 हजार लोग फंसे रहे। स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स से लेकर कोचिंग संस्थान व यूनिवर्सिटी के छात्र फंसे रहे। हालत यह रही कि हरिओम नगर तिराहा से लेकर जिला परिषद तिराहा की मात्र 200 मीटर की दूरी तय करने में आधा घंटा लग गया।

सीन नंबर दो

फिराक गोरखपुरी चौराहा

रोड पर लोग- 10 हजार

यह चौराहा शहर के प्रमुख चौराहों में से एक है। यह चौराहा शहर को हॉस्पिटल एरिया को जोड़ने वाला कहा जाता है। क्योंकि इस चौराहे से लोग बेतियाहाता इलाज करने के लिए जाते हैं लेकिन शुक्रवार की दोपहर यह चौराहा पूरी तरह से ठप हो गया। जिसके कारण चौराहे के एक तरफ कैंट थाने तक गाडि़यों की लाइन लग गई थी। हालांकि वहां उपस्थित दो पुलिस कर्मी लगातार ट्रैफिक सुचारू रूप से संचालित करने का कार्य कर रहे थे, जिसके कारण जाम खुलने में आसानी रही।

सीन तीन

बेतियाहाता

रोड पर लोग- 10 हजार

यह चौराहा एक तरह से शहर को जोड़ने वाला है। गोरखपुर जिले के दक्षिणी की तरफ से आने वाले लोग शहर में इधर से ही प्रवेश करते हैं। बारिश के बाद इस चौराहे पर गाडि़यों की लंबी कतारें लग गई। एक तरह हनुमान मंदिर वाले रास्ते पर आधे रास्ते तक गाडि़यां जाम में फंस गई थी, जबकि वहीं अलहदादपुर और बेतियाहाता मेन एरिया और दूसरी तरफ जमुनालाल बजाज पार्क तक गाडि़यों की कतारें लग गई थी।

मिस मैनेजमेंट आया सामने

ट्रैफिक पुलिस का मिस मैनेजमेंट हर चौराहे पर नजर आया। इंदिरा बाल विहार, धर्मशाला पुल, विजय चौक टाउनहाल, फिराक गोरखपुरी चौराहा पर ट्रैफिक पुलिस लाचार नजर आई। ट्रैफिक पुलिस कई जगहों पर तो दिखी ही नहीं और जहां दिखी वहां लाचार दिखी। हरिओम नगर तिराहा से अंबेडकर चौराहा जाने वाले रास्ते में आधी सड़क पर पानी लग जाने के कारण लोग बची सड़क से ही गुजर रहे थे। इससे जाम लग गया। कचहरी चौराहे के पास भी रोड के किनारे अतिक्रमण जाम का कारण बन गया था। इंदिरा बाल विहार पर भी रोड के किनारे लगे ठेले-खोमचे वाले जाम का कारण बन गए थे। जाम में फंसे लोग दूसरे रास्ते से निकलना चाह रहे थे, लेकिन उनको कोई विकल्प नहीं मिल पा रहा था। बेतियाहाता में सड़क के किनारे खड़ी गाडि़यों के कारण जाम की हालत बन गई थी। धर्मशाला बाजार पुलिस चौकी से लेकर रेलवे स्टेशन रोड पर पेट्रोल पंप तक, दूसरी तरह तिवारीहाता तक, वहीं दूसरी जटाशंकर गुरुद्वारा के सामने तक गाडि़यों की कतारें लग गई थी।

यहां लगा रहा जाम

गणेश चौराहा, गोलघर, शास्त्री चौराहा, अंबेडकर चौराहा, कचहरी चौराहा, बेतियाहाता चौराहा, हरिओम नगर चौराहा, आरटीओ तिराहा, विजय चौराहा, बैंक रोड, कचहरी बस स्टेशन, धर्मशाला पुल, घोष कंपनी, टीपी नगर, रुस्तमपुर, सिटी मॉल तिराहा, काली मंदिर तिराहा, धर्मशाला बाजार, मोहद्दीपुर, कूड़ाघाट तिराहा, असूरन चौक, एचएन सिंह, पिपराइच रोड।