गोरखपुर (ब्यूरो)।एक बार फिर अपने आश्वासन से मुकरे यूनिवर्सिटी के खिलाफ यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड कॉलेज के टीचर्स ने मोर्चा खोल दिया है। कुछ दिनों पहले ही गुआक्टा और सेल्फ फाइनेंस कॉलेज के टीचर्स ने एग्जामिनेशन ड्यूटी और कॉपी चेकिंग के पेमेंट को लेकर प्रदर्शन किया, उन्हें आश्वासन तो मिला लेकिन बातें पूरी नहीं की गईं। इससे नाराज शिक्षकों ने एग्जामिनेशन से जुड़े कार्यों का बहिष्कार करने का फैसला कर लिया है।
गुआक्टा का असहयोग आंदोलन
बीते 8 मई को गोरखपुर यूनिवर्सिटी एफिलिएटेड कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन (गुआक्टा) ने यूनिवर्सिटी के एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक में 7 घंटे तक प्रदर्शन किया और वीसी को उनके ऑफिस में घेरकर रखा। इसके बाद वीसी ने टीचर्स के एक ग्रुप से बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही उनका पेमेंट कर दिया जाएगा। अब एक हफ्ते से ज्यादा का वक्त बीत जाने के बाद भी उनका पेमेंट न होने पर उन्होंने विरोध जताया है। मंगलवार को गुआक्टा के अध्यक्ष प्रो। केडी तिवारी और महामंत्री प्रो। धीरेंद्र सिंह ने रजिस्ट्रार और एग्जामिनेशन कंट्रोलर को एक ज्ञापन देकर कहा कि 'बार-बार आश्वासन देने एवं मांगों को मानने के बाद भी उसे पूरा न करना यूनिवर्सिटी का टीचर्स के शोषण को दर्शाने वाला कृत्य है। यूनिवर्सिटी की बेरुखी को देखते हुए जून में होने वाले सेमेस्टर एग्जाम से टीचर्स खुद को अलग रखेंगे। और अनुदानित कॉलेज से संचालित नोडल सेंटर को भी बंद रखेंगे।
दो साल से पेंडिंग है पेमेंट
गोरखपुर यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड सेल्फ फाइनेंस कॉलेज के टीचर्स का भी दो सालों से एग्जामिनेशन ड्यूटी और कॉपी चेकिंग का पेमेंट पेंडिंग है। इस वजह से आक्रोश टीचर्स ने जब गोरखनाथ मंदिर में भिक्षाटन की बात कही तब वीसी प्रो। राजेश सिंह ने कहा कि इनका पेमेंट एक हफ्ते में कर दिया जाएगा। इसके बाद कुछ टीचर्स के अकाउंट में थोड़ा-थोड़ा अमाउंट भेज दिया गया, लेकिन ज्यादातर टीचर्स का पेंडिंग रह गया। इसके बाद इन टीचर्स ने यूनिवर्सिटी गेट पर भिक्षाटन भी किया पर उससे भी जिम्मेदारों नहीं जागे।
6 महीने की नहीं मिली सैलरी
यूनिवर्सिटी में आउटसोर्सिंग पर काम कर रहे कर्मचारियों का भी शोषण जारी है। यहां अब भी 6 महीने की सैलरी बाकी है। इन कर्मचारियों का कहना है कि मार्च में जनवरी और फरवरी की सैलरी तो दे दी गई मगर अभी अगस्त, सितंबर, अक्टूबर नवंबर और मार्च अप्रैल की सैलरी अभी बाकि है। उनका कहना है कि अगर सैलरी की बात को लेकर कोई विरोध करता है तो उसे काम से निकाल देने की बात की जाती है।
पेमेंट से संबंधित सभी फाइलों पर साइन हो गया है। काफी हद तक टीचर्स का भुगतान भी कर दिया गया है। जिनका अभी बाकि है वह भी जल्द ही कर दिया जाएगा।
विशेश्वर प्रसाद, रजिस्ट्रार