- बसंत पंचमी के दिन जनसेवा संस्था ने कराई दहेज रहित शादी
- 42 जोड़ों ने लिए फेरे, दो का हुआ निकाह
BADHALGANJ:
बड़हलगंज में बसंत पंचमी के दिन 44 जोड़े एक ही समारोह में एक-दूजे के हो गए। जनसेवा संस्था की ओर से आयोजित दहेज रहित सामूहिक शादी समारोह में बने अलग-अलग मंडपों में एक साथ सभी जोड़े परिणय सूत्र में बंधे.अंत में अतिथियों ने उन्हें सुखी दाम्पत्य जीवन का आशीर्वाद दिया और जरूरत के सामान देकर वर के साथ वधू को विदा किया।
सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल
इस मौके पर मुख्य अतिथि बसपा के राष्ट्रीय महासचिव व नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि यह शादी समारोह दहेज लोभियों के मुंह पर करारा तमाचा है। इसके साथ ही यह सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल भी है। यहां एक ही साथ 42 हिंदू व 2 मुस्लिम जोड़े शादी के बंधन में बंधे। इस दौरान दोनों धर्मो के लोगों की एक साथ मौजूदगी सुखद अहसास दे रही है। संस्था के संरक्षक व विधायक राजेश त्रिपाठी, विशिष्ट अतिथि संस्था के संरक्षक एसके अग्रवाल, संजय मिश्रा, बासुकीनाथ अग्रवाल, डॉ। एएन चौबे, घनश्याम गुप्ता ने भी संबोधन के माध्यम से वर वधू को आशीर्वाद दिया। पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ। अयूब ने कहा कि यह शादी समारोह के साथ ही सांप्रदायिक सौहार्द का भी समारोह है।
भ्रूण हत्या न करने की शपथ
आचार्यो ने वर वधू को शादी के सात कसमों के साथ ही एक और संकल्प दिलाया। वर वधू ने संकल्प लिया कि वे लिंग जांच व भ्रूण हत्या नहीं करेंगे। शादी के बाद जनसेवा संस्था की जनसेवा स्मारिका का विमोचन किया गया। इस मौके पर राष्ट्रीय ब्राम्हण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य वेदप्रकाश त्रिपाठी, उनकी पत्नी मीरा त्रिपाठी, प्रदेश उपाध्यक्ष आचार्य दीपक त्रिपाठी, उनकी पत्नी अन्नू त्रिपाठी, कन्हैया तिवारी, शिव कुमार मिश्र, श्याम जी पांडेय, राम रक्षा शुक्ल, रामनवल मिश्र, सत्येन्द्र त्रिपाठी, शिव प्रकाश अग्रवाल, श्रीकान्त सोनी, जय चन्द वर्णवाल, आलोक कसेरा, चेयरमैन सूरज जायसवाल समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।