-प्रशासन ने मीटिंग कर मांगी रिपोर्ट
-गोला में सबसे अधिक 9 करोड़ से अधिक का नुकसान,
GORAKHPUR: भगवान की आसमानी मार से किसानों का बुरा हाल है। फसलों के नष्ट होने से बेहाल हुए किसानों पर प्रदेश सरकार के मुआवजा की घोषणा ने मरहम लगाने का काम किया है। इस मरहम का फायदा किसानों को मिले, इसके लिए प्रशासन ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। किसानों के दर्द को आई नेक्स्ट ने ट्यूज्डे को 'हे भगवान, ये क्या कर डाला' हेडिंग से प्रकाशित की तो अपर जिलाधिकारी वित्त/राजस्व ने आनन फानन में सभी तहसील की मीटिंग बुला ली। मीटिंग में संबंधित अधिकारियों को अपने एरिया की खराब हुई फसलों की डिटेल देनी थी। सरकार की ओर से मुआवजा का मानक ख्भ् परसेंट तक नष्ट हुई फसलों को रखा गया है।
सबसे अधिक नुकसान गोला तहसील में
तीन दिन में दो बार हुई बारिश ने फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है। सबसे अधिक नुकसान गोला तहसील में हुआ है। क्योंकि गोरखपुर के अधिकांश एरिया में तेज हवा के साथ बारिश हुई थी। जबकि गोला में ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। गोला एसडीएम की रिपोर्ट के मुताबिक वहां करीब 9 करोड़ 8ब् लाख रुपए कीमत की फसल का नुकसान हुआ है। जिसकी रिपोर्ट एडीएम एफआर ने मुख्यालय को भेज दी है। अन्य तहसील को भी जल्द से जल्द रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया गया है। शासन के नियमों के मुताबिक मुआवजा कितने किसानों को मिलेगा, ये बाद में पता चलेगा, फिलहाल ये तय है कि इस बारिश और ओलावृष्टि से करोड़ों रुपए कीमत की फसल का नुकसान हुआ है।
बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। इसकी रिपोर्ट सभी तहसीलों से मांगी गई है। जिसे मुख्यालय भेजा जाएगा। शासन से मुआवजा पास होने पर उन्हें दिया जाएगा।
दिनेश चंद्र सिंह, एडीएम एफआर