- स्टूडेंट्स के बेहतर फ्यूचर को देखते हुए सभी यूनिवर्सिटीज और कॉलेज की प्रोफाइल एक ट्रैक पर की अपडेट

- 'नो योर कॉलेज' पर जाकर 45 हजार से ज्यादा कॉलेज की इंफॉर्मेशन कर सकेंगे हासिल

- एचआरडी मिनिस्ट्री ने एआईसीटीई को दी पोर्टल रख-रखाव की जिम्मेदारी

- वहीं यूजीसी ने सभी यूनिवर्सिटी को वेबसाइट अपडेट रखने के लिए भेजा लेटर

GORAKHPUR : जुलाई यानि कि एडमिशन मंथ। इस दौरान कौन सा कॉलेज सेलेक्ट करें? कहां बेहतर क्वालिटी की एजुेकशन मिलती है? कहां मनचाहा कोर्स किया जा सकता है? ऐसे तमाम सवाल होते हैं, जो न सिर्फ स्टूडेंट्स के बल्कि पेरेंट्स के मन में भी उमड़ा करते हैं। इन सवालों का जवाब ढूंढने के लिए पेरेंट्स या तो अपने दोस्तों से क्वेरीज करते हैं या फिर बच्चों के संग बैठकर सभी यूनिवर्सिटीज और कॉलेज की वेबसाइट खंगालते हैं। अब उन्हें ऐसा नहीं करना होगा। एचआरडी मिनिस्ट्री ने इस प्रॉब्लम के सॉल्युशन के लिए 'नो योर कॉलेज' पोर्टल की शुरुआत की है। इसके थ्रू स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स अपनी सारी क्वेरीज का हल पा सकते हैं।

45 हजार कॉलेजेज की डीटेल अवेलबल

एचआरडी मिनिस्ट्री की ओर से स्टार्ट किए गए इस पोर्टल पर अब तक 45 हजार से ज्यादा कॉलेजेज के डेटा अवेलबल हैं। इसमें रेग्युलर अपडेशन भी जारी है और लगातार यूनिवर्सिटीज-कॉलेज के डेटा अपडेट किए जा रहे हैं। इसमें 14000 से ज्यादा कोर्सेज को कंडक्ट कराने वाले करीब 10500 टेक्निकल कॉलेज के बारे में इंफॉर्मेशन हासिल की जा सकती है, तो वहीं 20 हजार से ज्यादा कोर्स कंडक्ट कराने वाले 35 हजार नॉन टेक्निकल कॉलेज की डीटेल भी इसमें शामिल की गई है।

मिलेगी कॉलेजेज से जुड़ी हर इंफॉर्मेशन

'नो योर कॉलेज' की सबसे खास बात यह है कि इसमें स्टूडेंट्स और पेरेंट्स के मन में आने वाली सभी क्वेरीज की डीटेल मिल जाएगी। कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए क्या फैसिलिटी प्रोवाइड कर रहा है। इसमें स्टूडेंट्स के लिए कौन-कौन से कोर्स अवेलबल है। इनकी क्या रिक्वायरमेंट्स हैं। इसमें किन-किन सब्जेक्ट्स में प्रैक्टिकल फैसिलिटी अवेलबल हैं। किन-किन सब्जेक्ट्स की लैब है, लाइब्रेरी है या नहीं के साथ ही कॉलेज से जुड़ी ऐसी ढेरों इंफॉर्मेशन भी इस पोर्टल पर मिल जाएगी।

खुले का झूठ का राज

इस पोर्टल बनाने के पीछे एचआरडी मिनिस्ट्री की एक और मंशा है। वह यह कि कॉलेज सही मायने में अपना ओरिजनल डाटा और इंफॉर्मेशन अवेलबल नहीं करा रहे हैं, इसका भी उन्हें पता चल सके। इस पोर्टल पर स्टूडेंट्स को इनकरेज किया जाएगा कि वह कॉलेज से जुड़ी सही इंफॉर्मेशन अवेलबल कराएं। वहीं स्टूडेंट्स इसे भी वेरिफाई करें कि उस कॉलेज ने जो इंफॉर्मेशन वेबसाइट पर अवेलबल कराई है, वह सही है या नहीं। इस पर फीडबैक देने के लिए स्टूडेंट्स को बढ़ावा भी दिया जाएगा।

एआईसीटीई को जिम्मेदारी

पोर्टल के रख-रखाव की जिम्मेदारी ऑल इंडिया टेक्निकल एजुकेशन काउंसिल को सौंपी गई है। वह इसमें रेग्युलर अपडेशन के साथ ही डाटा फिल्टरेशन का वर्क भी कर रहे हैं। वहीं अगर कोई गलत इंफॉर्मेशन दी जा रही है, तो इसकी भी मॉनीटरिंग कर उस पर एक्शन लेने का वर्क कर रहे हैं। इसको लेकर यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन ने सभी यूनिवर्सिटी को लेटर भी भेज रखा है और उनसे सभी इंफॉर्मेशन भेजने के साथ ही उनकी वेबसाइट को भी अप टू डेट रखने की सलाह दी है।

इन इंफॉर्मेशन को करना है डिस्प्ले -

- एडमिशन से जुड़ी सभी इंफॉर्मेशन (सीट, प्रोसीजर)

- फैकेल्टी वाइज टीचर्स प्रोफाइल

- एक्टिविटी कैलेंडर

- एकेडमिक कैलेंडर

- अवेलबल स्टूडेंट्स फैसिलिटी(हॉस्टल, ट्रांसपोर्ट)

- रिसर्च आउटपुट ऑफ इंस्टीट्यूशन

- पासआउट स्टूडेंट्स की प्लेसमेंट प्रोफाइल

- रेलिवेंट अप्रूवल ऑफ स्टटुटोरी बॉडी

- फीस स्ट्रक्चर (कोर्स फीस के साथ एक्स्ट्रा फंड)

- स्टूडेंट्स फैसिलिटेशन के लिए नोडर ऑफिसर की डीटेल

- स्कॉलरशिप/फ्री-शिप्स अवेलबल इन इंस्टीट्यूशन

- एक्रीडेशन रैंकिंग ऑफ इंस्टीट्यूशन

- सेंटर ऑफ एक्सिलेंस बने डिपार्टमेंट की डीटेल