- बेटों या सगे संबंधियों द्वारा घर से निकाले जाने या उनके साथ न रहने के इच्छुक बुजुर्गो को सरकार करेगी मदद

- रहने, खाने-पीने के साथ दूसरी जरूरी चीजों का करेगी इंतजाम

- इसके साथ ही बेसहारा बुजुर्गो के लिए भी मुहैया कराई जाएगी सुविधा

मुझे इतना सताया है मेरे अजीजों ने,

कि जंगल भला लगता है घर अच्छा नहीं लगता

मशहूर शायर मुनव्वर राना का यह शेर आज के बुजुर्गो की एक अनकही और खुली हकीकत है। कभी बुजुर्गो की इज्जत के लिए दुनिया के लोग जिस हिंदुस्तान को जानते थे, आज वहीं इन बुजुर्गो का जीना मुश्किल हो चला है। जिनके लिए सारी जिंदगी मेहनत कर कमाते हैं, उन्हें पाल-पोस कर बड़ा करते हैं, वह ही उन्हें उस वक्त छोड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं, जब उन्हें उनकी असल जरूरत होती है। चाहे वह प्रॉपर्टी डिस्प्यूट हो गया फिर अपने बच्चों से अनबन, ऐसे बुजुर्गो किसी के सामने हाथ फैलाने के बजाए घुटघुट के जीने को मजबूर हैं। मगर अब ऐसा नहीं होगा। ऐसे बुजुर्गों का दर्द समझते हुए प्रदेश सरकार ने ऐसे लोगों का हाथ थामने की पहल की है। ऐसे बुजुर्गो को सरकार केस चलने तक हर सुख-सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इसके लिए उन्हें कोई पैसे नहीं खर्च करने होंगे।

खान-पान संग मिलेगा ठिकाना

सरकार की ओर से बनाए गए इस शेल्टर होम में घर से प्रताडि़त बुजुर्गो के साथ ही जिंदगी की गाड़ी अकेले ही चला रहे सीनियर सिटीजन रहने के लिए एलिजिबल हैं। 60 साल या उससे अधिक उम्र के ऐसे निर्धन, निराश्रित, असहाय बुजुर्ग जिनके पास खुद के भरण पोषण की कोई व्यवस्था नहीं है, ऐसे लोगों को सरकार शेल्टर होम मुहैया कराएगा। इसमें न सिर्फ उनके खाने-पीने और रहने की व्यवस्था की गई है, बल्कि उन्हें मेडिकल एड के साथ कपड़े और जिंदगी बसर करने के लिए जरूरी सामान भी मुहैया कराए जा रहे हैं। अधिक जानकारी के लिए मोहरीपुर स्थित सीनियर सिटीजन शेल्टर होम (वृद्धाश्रम) के मोबाइल नंबर 8948327669 व 8574307076 पर सम्पर्क कर जानकारी हासिल की जा सकती है।

कर सकते हैं आवेदन

ऐसे बुजुर्ग जिनके रहने का कोई ठिकाना नहीं है, या फिर उनके घर का माहौल ऐसा है कि वहां वह अब एक पल भी नहीं रुकना चाहते, तो उनका सिर्फ एक अप्लीकेशन लेकर संबंधित एसडीएम ऑफिस से अप्लीकेशन फॉर्म हासिल कर सकते हैं। इसको भरकर उन्हें एसडीएम ऑफिस में जमा करना होगा। इसके बाद वहां से संबंधित आवेदन पत्रों की जांच की जाएगी। इसमें पात्र पाए जाने वाले बुजुर्गो को इन शेल्टर होम्स में रहने की इजाजत मिलेगा। ऐसे पात्र व्यक्तियों को रहने के लिए आख्या ओरिजनल डॉक्युमेंट्स के साथ समाज कल्याण अधिकारी/भरण पोषण अधिकारी कार्यालय में भेजे जाएंगे। यहां से उन्हें सुविधा मुहैया कराई जाएगी।