गोरखपुर (ब्यूरो)। ऐसे में स्कूली ग्राउंड में फुटबॉल, हॉकी, वालीबॉल, बैडमिंटन, कबड्डी के हुनर सीखने वालों के अरमान पर पानी फिर गया है। यही नहीं मजाल क्या उस ग्राउंड में कोई और अंदर एंट्री कर जाए, उसकी भी फीस देनी होगी। गवर्नमेंट जुबिली इंटर कॉलेज पर कुछ ऐसे ही आरोप वहां टहलने वाले लोगों ने लगाए हैं।
गेट पर ताला, टहलने पर लगाई रोक
बक्शीपुर के रमन अस्थाना समेेत दो दर्जन लोग कई वर्षों से जुबिली इंटर कॉलेज में टहलने जाते हैं। मंगलवार को उन्हें जुबिली कॉलेज में प्रवेश करने से रोक दिया गया। दो दर्जन महिला, पुरुष और बच्चे गेट पर तैनात गार्ड से नोकझोंक करते रहे, लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। गेट पर ताला लगाकर बाहर से अंदर प्रवेश पर रोक लगा दी गई।
हर बच्चे से वसूल रहे 1 हजार रुपए
रमन अस्थाना समेत कई लोगों ने आरोप लगाया है कि एक युवक जुबिली कॉलेज में प्राइवेट एकेडमी किराये पर चला रहा है। वो हर बच्चे से 1-1 हजार रुपए लेता है। उनका आरोप है कि स्कूल के बच्चों को भी ग्राउंड खेलने के लिए नहीं मिलता है।
एसडीएम से की कंप्लेन
बक्शीपुर के लोगों ने कई गंभीर आरोप लगाते हुए मंगलवार को उप जिलाधिकारी से लिखित शिकायत भी की है। उन्होंने जुबिली के ग्राउंड को मुक्त कराकर स्कूल के स्टूडेंट्स और आम पब्लिक के लिए सुबह टहलने की इजाजत मांगी है। साथ ही ग्रांउड पर कब्जा जमाने वाले पर कार्रवाई की भी मांग की है।
दर्जनों स्कूलों में क्रिकेट एकेडमी
गोरखपुर के राष्ट्रीय इंटर कॉलेज, एमजी इंटर कॉलेज, अभयनंदन इंटर कॉलेज, जुबिली इंटर कॉलेज समेत दर्जनों स्कूलों में क्रिकेट एकेडमी खुली हैं। जहां पर पैसा लेकर क्रिकेट की ट्रेनिंग दी जाती है। जबकि अन्य खेलों के लिए कुछ भी काम नहीं किए जा रहे हैं।
किराया दीजिए, ग्राउंड लीजिए
शिक्षा विभाग की मानें तो कोई स्कूल अपना ग्राउंड किराये पर नहीं दे सकता है। जबकि गोरखपुर के जुबिली इंटर कॉलेज के ग्राउंड में क्रिकेट की नेट प्रैक्टिस और टर्फ विकेट भी तैयार कर दिया गया है। इकलौते गवर्नमेंट स्कूल के बच्चे क्रिकेट छोड़कर अन्य कोई गेम नहीं खेल सकते हैं। सूत्रों की मानें तो ग्राउंड पर किसी बाहरी टीम को खेलने के लिए मोटी फीस तय की गई है। फीस देने वाले को 3 से चार घंटे के लिए ग्राउंड दिया जाता है। जबकि पहले जुबिली इंटर कॉलेज में आस-पास के सैकड़ों युवा दौडऩे और खेलने आते थे, जिन्हें अब नहीं आने दिया जाता है।
मैंने अभी एक सप्ताह पहले प्रिंसिपल पद पर ज्वाइन किया है। ग्राउंड किराये पर चल रहा है तो इसकी जांच की जाएगी। जो भी लोग इसमे शामिल हैं, उनको तलब कर पूछताछ की जाएगी।
राजेन्द्र प्रसाद, प्रिंसिपल जुबिली इंटर कॉलेज
क्रिकेट एकेडमी के साथ ही मेरे स्कूल में सभी खेलों के लिए अकादमी तैयार की जा रही है, जिससे हर खेल के खिलाड़ी यहां सीखकर आगे अपनी प्रतिभा दिखा सकें।
मंकेश्वर नाथ पाण्डेय, डायरेक्टर एमजी इंटर कॉलेज
क्रिकेट एकेडमी स्कूल के ग्राउंड पर चल रही है। कौन चला रहा है, इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। मैनेजमेंट ही हर डिसीजन लेता है, वही बता पाएंगे।
हरी नारायण, कार्यवाहक प्रिंसिपल अभयनंदन इंटर कॉलेज
गवर्नमेंट स्कूल का ग्राउंड बच्चों के लिए होता है, उसे किराये पर नहीं दिया जा सकता है। इसकी जांच कर मामला सही मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह भदौरिया, डीआईओएस
जुबिली इंटर कॉलेज में मैं बतौर टीचर पढ़ा भी चुका हूं। वहां पर पैसे की खातिर ग्राउंड को किराये पर दे दिया गया है। हम लोगों के सुबह टहलने पर भी रोक लगा दी गई है। इसकी शिकायत हम लोगों ने की है।
राजीव अस्थाना, मॉनिंग वॉकर
स्कूल को कमाई का अड्डा बनाया जा रहा है। जुबिली की प्रतिष्ठा धुमिल की जा रही है। पब्लिक को सुबह टहलने से रोकना ये तुगलकी फरमान से कम नहीं है।
विवेकश्रीवास्तव, मॉर्निंग वॉकर