GORAKHPUR:
कमिश्नर जयन्त नार्लिकर ने आयुक्त सभागार में नोडल अधिकारी, एडी हेल्थ, सीएमओ, प्रभारी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी व अन्य अधिकारियों के साथ मीटिंग की। मीटिंग के दौरान एडिशनल सीएमओ के कार्यो की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि रैपिड रिस्पान्स टीम होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीजों की नियमित निगरानी करें और रिपोर्ट दें कि मरीज होम आइसोलेशन में रहने योग्य है या नही। गंभीर मरीजों को होम आइसोलेशन में न रखा जाए। उन्हें तत्काल कोविड हॉस्पिटल में एडमिट कर इलाज सुनिश्चित करें ।
एसडीएम सदर को करना है विजिट
कमिश्नर ने निर्देश दिया कि 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग और लक्षण वाले कोरोना मरीजों की जांच के समय ही उनकी अन्य जांच आदि भी कराया जाएं। उन्होंने एसडीएम सदर को निर्देशित किया कि जांच कैंप में विजिट करें। मरीजों के कोरोना जांच के साथ अन्य जांच की भी निगरानी करें। उन्होंने अपर मुख्य चिकित्साधिकारी/नोडल अधिकारी प्राइवेट हॉस्पिटल को निर्देश दिया कि जो हॉस्पिटल रिपोर्ट नहीं दे रहे हैं उनकी रिपोर्ट 2 अक्टूबर तक प्रस्तुत करें। उन्होंने रैपिड रिस्पान्स टीम के नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया कि ब्लॉकवार रैपिड रिस्पान्स टीम के कार्यो की सूचना दे। उन्होंने कहा कि कॉटैक्ट ट्रेसिंग केलिए अभियान के रूप में कार्य किया जाए। जिससे कोरोना संक्रमित के सम्पर्क में आया कोई भी व्यक्ति छूटने न पाए और 24 घंटे की अन्दर उनकी जांच सुनिश्चित हो।
मरीजों की करें पहचान
कमिश्नर ने निर्देश दिया कि 1 अक्टूबर से चलने वाले संचारी रोग/दस्तक अभियान के साथ-साथ डोर टू डोर अभियान चलाकर सारी/आईएलआई के मरीजों की पहचान कर उनकी कोरोना संक्रमण की जांच सुनिश्चित किया जाए।