गोरखपुर। पहला मामला रामगढ़ताल थाना क्षेत्र का है। इसमें कजाकपुर के रवि प्रताप शुक्ला की तहरीर पर रामगढ़ताल थाने में तथा कथित यूनिवर्सिटी कर्मी आजाद चौक उमाशंकर त्रिपाठी उर्फ रिंकू और संजय पांडेय पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। रवि ने तहरीर में लिखा है कि उनका बेटा मिहिर और भतीजा सूर्य नारायण शिक्षित बेरोजगार हैं। एयरपोर्ट के पास रहने वाले परिचित संजय पांडेय ने बताया कि उसके करीबी मित्र उमाशंकर त्रिपाठी गोरखपुर यूनिवर्सिटी में काम करते हैं। मेरे बेरोजगार बेटे और भतीजे को वह यूनिवर्सिटी में नौकरी दिलवा देंगे। संजय के कहने पर कई बार में चार लाख रुपये दे दिए। इसके बाद भी नौकरी नहीं लगी। रुपये वापस मांगने पर अब दोनों जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।

केस 1
उत्तराखंड में नौकरी दिलाने के नाम पर 6.42 लाख रुपये हड़पे
दूसरा मामला शाहपुर का है। बिछिया अकोलवा निवासी अभिषेक तिवारी की तहरीर पर उत्तराखंड उधमपुर नगर के ग्राम कीरतपुर रुद्रपुर सिटी निवासी सुधीर मिश्रा, पूनम मिश्रा, अर्जुन छाबड़, चंद्रपाल सिंह, इमरान हुसैन,सादाबनाज, राधारानी, हरीश प्रजापति और फैजराज खान के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। अभिषेक तिवारी ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र दिया था, जिसमे लिखा था कि मेरे पिता के परिचित सुधीर कुमार मिश्रा की पुत्री की शादी में जनवरी में उत्तराखंड गए थे। वहां सुधीर कुमार मिश्रा ने उनके पिता से कहा कि उनकी उत्तराखंड शासन में बहुत अच्छी पकड़ हैं। आप कहे तो उत्तराखंड में आपके बेटे को समूह ग में नौकरी लगवा दें। मेरे पिता मेरी नौकरी की खातिर सुधीर मिश्रा के कहने पर कई बार में विभिन्न अकाउंट में 6.42 लाख भेजे। इसके बदले आरोपी ने नियुक्ति पत्र भेजा था। 11 जुलाई को मेरे पिता उत्तराखंड के डीएम उधमपुर नगर कार्यालय में गए तो पता चला कि नियुक्ति पत्र फर्जी है।

केस 2
बड़हलगंज में विदेश भेजने के नाम पर चार लाख की ठगी
तीसरा मामला बड़हलगंज का है। मरकड़ी गांव के राणा प्रताप सिंह की तहरीर पर पुलिस ने बड़हलगंज थाने में गगहा थाना क्षेत्र के रकहट निवासी रंजीत यादव पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। राणा प्रताप ने तहरीर देकर बताया कि मेरे भाई को विदेश भेजने के नाम पर रंजीत यादव ने तीन लाख 95 हजार रुपये लिए। इसके बाद भी जब मेरे भाई को विदेश नहीं भेजा तो मैंने अपने रुपये वापस मांगे। इसपर आरोपी जान से मारने की धमकी देने लगा।