गोरखपुर (ब्यूरो)। गोरखपुर में ट्रैफिक पुलिस का ब्रीथ एनलाइजर अब बाहर आ गया है। गुरुवार शाम टीआई मनोज कुमार राय की टीम टीपी नगर चौराहे पर पहुंच गई और गुजरने वाले वाहन चालकों का ब्रीथ एनालाइजर से टेस्ट किया।
10,000 का कटा चालान
ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट में पकड़े जाने वाले लोगों का ड्रंक एंड ड्राइव के तहत 10,000 रुपए का चालान किया गया। इसके बाद चालान की रसीद ड्राइवर को थमा कर भेज दिया गया। वाहन चालकों की ब्रीथ एनालाइजर से जांच की गई और जिनमें शराब की पुष्टि हुई। उनके विरुद्ध एमवी एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की गई।
'कारÓ बार पर ध्यान देने की जरूरत
गोरखपुर की कई सड़कें शाम होते ही कार बार बन जाया करती हैं। यही नहीं शराब का नशा बढ़ते ही सड़कों पर गाडिय़ों की स्पीड भी बढ़ जाती है। जो किसी के लिए भी खतरा बन सकती है। ड्रंक एंड ड्राइव में पकड़े जाने पर 2000 रुपए तक का जुर्माना लगाया जाता है और वार्निंग देकर छोड़ दिया जाता है। इसके बाद दोबारा पकड़े जाने पर ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करने का प्रावधान है।
81.2 mg/100ml आई रिपोर्ट, बनाते रहे झूठे बहाने
1. ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट में अल्कोहल की पुष्टि होने के बाद भी लोग अजीबो गरीब बहाने बनाते रहे। एक पिकअप ड्राइवर जिसकी रिपोर्ट 81.2 mg/100ml थी, इसके बाद भी वह बहाने बना रहा था कि मैंने शराब नहीं पी है, यह गुटखे की महक है। जबकि रिपोर्ट जीरो आनी चाहिए।
2. एक रोडवेज बस ड्राइवर की रिपोर्ट 64.4mg/100ml थी, पकड़े जाने के बाद वह बोला कि 'हम जाने वाले नहीं थे पर साहब ने बोल दिया, इसीलिए जाना पड़ रहा हैÓ।
शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर ड्रंक एंड ड्राइव के तहत चालान किया जा रहा है। यह अभियान आगे भी ऐसे ही चला रहेगा।
डॉ। एमपी सिंह, एसपी टै्रफिक