- 10 जनवरी 1998 में पहली बार हुआ था लाफ्टर सेलीब्रेशन
- शहर के पार्क में खूब लगे ठहाके, सुबह से शाम तक जुटे रहे लोग
GORAKHPUR: वह कहते हैं न कि मुस्कुराहट कई तकलीफों को कम कर देती है। बात ठहाकों की करें तो इससे न सिर्फ ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, बल्कि बीमारी भी जल्द छोड़कर भाग जाती है। 10 जनवरी को 1998 में पहली बार हुए लाफ्टर सेलिब्रेशन का सिलसिला आज भी जारी है। 2017 में भी शहर के पार्को में खूब ठहाके लगे। योग एक्सपर्ट्स की मानें तो ठहाका लगाने से सभी प्रॉब्लम्स बाय-बाय टाटा हो जाती हैं। लोग अगर कुछ समय हंसने और मुस्कुराने को दे तो उसकी कई प्रॉब्लम्स काफी हद तक सॉल्व हो सकती हैं।
पार्क रहे गुलजार
साल के पहले ठहाका सेलिब्रेशन में लोगों ने ठंड को भी मात दे दी। सुबह से ही पार्क में लोग जुटे और जमकर ठहाके लगाए। योग और लाफ्टर के कॉम्बीनेशन से लोगों ने न सिर्फ सेहत बेहतर की, वहीं अपनी बीमारियों पर भी खूब प्रहार किया। योग एक्सपर्ट्स ने ट्रेनिंग के दौरान लोगों को योग के साथ ही हंसने के फायदे भी बताए।
यह होते हैं हंसने फायदे
- जब आदमी खुलकर हंसे तो ब्लड सर्कुलेशन की गति बढ़ जाती है।
- डाइजेस्टिव सिस्टम प्रॉपर वर्क करने लगता है।
- जिंदगी का सूनापन खत्म हो जाता है।
- इसके जरिए आदमी टेंशन फ्री और पॉजिटिव सोच वाला हो जाता है।
- इसके जरिए बीमार लोग काफी तेजी से इम्प्रूव करते हैं।
- जो हेल्दी हैं वह हमेशा निरोग रहता है।
- आदमी अपनी सोशल लाइफ में खुश रहता है।
यह है लॉफिंग योग के तरीके
- ताली बजाकर जोर-जोर से हंसना
- सिंहासन की आकृति में जोर से हंसना
- लंबी गहरी सांस लेकर जोर से हंसना
- गाना गाकर जोर से हंसना
- फेस को तरह-तरह बनाकर हंसना
- ग्रुप में करने का फायदा और बढ़ जाता है।
बेस्ट टाइम फॉर योग
- भोर का वक्त सबसे बेस्ट होता है।
- ग्रुप में कभी भी शाम में योग किया जा सकता है।
लाफिंग योग काफी फायदेमंद है। इसे सुबह और शाम कभी भी किया जा सकता है, मगर सुबह करने से ज्यादा फायदा होता है। रोजाना दिल खोलकर हंसने से बीमारियों को दूर किया जा सकता है।
- प्रमोद यादव, योग एक्सपर्ट