GORAKHPUR:
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए स्टार्टअप प्लान, एफपीओ और कचरे से धन बनाने के तौर तरीकों पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने मंथन शुरू कर दिया है। कार्ययोजना को मूर्त रूप देने की कड़ी में विश्वविद्यालय के यूजीसी एचआरडीसी और एंटप्रेन्योरशिप एंड इन्क्यूबेशन सेल के संयुक्त सहयोग में 'फार्मर प्रोड्यूसर कंपनीज' और 'स्टार्टअप्स विद बिजेनस प्लान' एवं 'कचरे से धन' विषयक दो ऑनलाइन वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा।
31 जुलाई से शुरू होगी वर्कशॉप
एंटप्रेन्योरशिप एंड इन्क्यूबेशन सेल की समन्वयक प्रो। दिव्या रानी सिंह और यूजीसी एचआरडीसी के डायरेक्टर प्रो। हिमांशु पांडेय ने बताया कि तीनों वर्कशॉप की अध्यक्षता वीसी प्रो। राजेश सिंह द्वारा की जाएगी। उन्होंने बताया कि 'फार्मर प्रोड्यूसर कंपनीज' विषयक वर्कशॉप 31 जुलाई से 6 अगस्त तक होगी। सात दिवसीय 'एक्सीलरेंटिंग स्टार्टअप्स विद बिजनेस प्लान' विषयक वर्कशॉप का आयोजन 2-8 अगस्त तक होगा। वर्कशॉप में शिक्षाविद, स्टार्टअप्स, एफपीओ, एंटप्रेन्योर, विद्यार्थियों को जोड़ा जाएगा। कोर्स कोऑर्डिनेटर डॉ। अनुपमा कौशिक ने बताया कि इच्छुक लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। फार्मर प्रोड्यूसर कंपनीज वर्कशॉप के कोर्स कोऑर्डिनेटर डॉ। मनीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि फार्म वेबसाइट पर दिए गए लिंक पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। 'कचरे से धन' विषयक वर्क शॉप की कोर्स कोऑर्डिनेटर डॉ। स्मृति मल्ल ने बताया कि 3-9 अगस्त तक वर्कशॉप का आयोजन होगा। आयोजन समिति में प्रो। राजीव प्रभाकर, डॉ। मनीष कुमार श्रीवास्तव और डॉ। अनुपमा कौशिक शामिल हैं।