गोरखपुर (निखिल तिवारी)।यूनिवर्सिटी की ओर से दिए गए सेल्फ स्टडी रिपोर्ट के आधार पर उसे ग्रेडिंग मिलती है। डीडीयूजीयू में एसएसआर रिपोर्ट बनाने में लगभग दो साल का समय लगा। इसमें हर क्राइटेरिया पर बारीकी से कम करने के बाद इसे अपलोड किया गया। इस ग्रेडिंग के बाद अब स्टूडेंट्स को प्लेसमेंट में काफी हेल्प मिलेगी।
शुरू हुए 3104 कोर्स
यूनिवर्सिटी की सेल्फ स्टडी रिपार्ट के अनुसार पिछले पांच साल में यूनिवर्सिटी में 3104 कोर्स संचालित हुए हैं। इन कोर्सेज का संचालन सभी प्रोग्राम्स के तहत हुआ है। वहीं, पिछले पांच साल में यूनिवर्सिटी में 2047 नए कोर्स शुरू हुए हैं। वहीं, अगर सीबीसीएस या इलेक्टिव कोर्स सिस्टम की बात करें तो 48 प्रोग्राम में अभी तक यह इंप्लीमेंट हुआ है। 2020-21 में स्किल डेवलपमेंट और एंटरप्रेन्योरशिप से जुड़े 1002 कोर्स का संचालन हुआ। पिछले पांच साल में 169 नए वैल्यू एडेड कोर्स शुरू हुए।
95 परसेंट क्लासरूम आईसीटी इनेबल्ड
यूनिवर्सिटी को इंफ्रास्ट्रक्चर एंड लर्निंग रिर्सोसेज में 3.96 सीजीपीए मिला। इसमें आईसीटी यानि इंफॉर्मेशन एंड कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी से लैस क्लास रूम्स की बड़ी भूमिका रही। टोटल 177 स्मार्ट क्लास रूम में स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं। यह लगभग 95 परसेंट से भी ज्यादा है। इंफ्रास्ट्रक्चर की बात करें तो यूनिवर्सिटी में बनी साइबर सिक्योरिटी लैब, मीडिया सेंटर, डाटा सेंटर, होटल मैनेजमेंट लैब, एग्रीकल्चर लैब और इंजीनियरिंग लैब से काफी अच्छा प्रभाव पड़ा। यूनिवर्सिटी में 500 कंप्यूटर्स का ऑनलाइन एग्जामिनेशन सेल भी बनाया गया है, जिसमें 500 स्टूडेंट्स एक साथ ऑनलाइन एग्जाम दे सकते हैं।
क्राइटेरिया वाइज मार्किंग
क्राइटेरिया सीजीपीए
करिकुलर एस्पेक्ट्स - 3.8
टीचिंग, लर्निंग एंड इवैल्यूएशन - 3.6
रिसर्च, इनोवेशन एंड एक्सटेंशन - 3.57
इंफ्रास्ट्रक्चर एंड लर्निंग रिर्सोसेज - 3.96
स्टूडेंट, सपोर्ट एंड प्रोग्रेशन - 3.95
गवर्नेंस, लीडरशिप एंड मैनेजमेंट - 3.93
इंस्टीट्शनल, वैल्यूज एंड बेस्ट प्रैक्टिसेज - 3.96
बेस्ट प्रैक्टिस में बेस्ट
यूनिवर्सिटी को अपनी इंस्टीट्शनल, वैल्यूज एंड बेस्ट प्रैक्टिसेज के लिए सबसे ज्यादा माक्र्स मिले। इसमें 4 में से 3.96 सीजीपीए मिला है। बेस्ट प्रैक्टिस में जीरो वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम, पांच गांवों को गोद लेना और नाथपंथ कोर्स का अहम योगदान रहा।
ए प्लस प्लस के साथ मिलेगी डिग्री
यह ग्रेड मिलने के बाद अब स्टूडेंट्स के डिग्री की वैल्यू बढ़ जाएगी। यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे स्टूडेंट्स की डिग्री पर अब ए प्लस प्लस लिखा हुआ मिलेगा। इससे रिसर्च ग्रांट में भी काफी सुविधा मिलेगी। डीडीयूजीयू के स्टूडेंट्स को अब प्राथमिकता से ग्रांट मिलेगी।
बढ़ेगा स्टूडेंट्स का प्लेसमेंट
वल्र्ड की बड़ी-बड़ी कंपनियां प्लेसमेंट के समय नैक की ग्रेङ्क्षडग में ए प्लस प्लस संस्थानों को अपने पैनल में शामिल करती हैं। नैक ग्रेड मिलने के बाद अब कंपनियों ने यूनिवर्सिटी के प्लेसमेंट सेल से बातचीत शुरू कर दी है। इसके साथ ही सरकारी योजनाओं के साथ ही फंङ्क्षडग भी ज्यादा मिलेगी।
खुलेगा नैक स्टार्टअप
नैक मूल्यांकन में 'ए प्लस-प्लस' ग्रेड हासिल करने के बाद अब यूनिवर्सिटी अन्य शिक्षण संस्थानों को बेहतर ग्रेड हासिल करने का तरीका बताने का योजना बना रही है। इसके लिए यूनिवर्सिटी अपने इंक्यूबेशन सेंटर के जरिए नैक स्टार्टअप लगाने जा रही है। इसके यह स्टार्टअप 'नो प्रॉफिट नो लॉस' के फार्मूले पर काम करेगा। इसमें उतनी ही फीस ली जाएगी, जिससे स्टार्टअप सुचारू रूप से चलाया जाए।
बनेगा डिस्टेंस लर्निंग सेंटर
गोरखपुर यूनिवर्सिटी प्रशासन डिस्टेंस लर्निंग सेंटर की स्थापना करने की योजना बना रही है। यह यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स के कुल रजिस्ट्रेशन का रेश्यो बढ़ाने में मददगार साबित होगा। डिस्टेंस लर्निंग का माध्यम प्राप्त होने के बाद गोरखपुर यूनिवर्सिटी में करीब 12,000 स्टूडेंट्स एडमिशन ले सकेंगे और कॉलेजों में भी रजिस्ट्रेशन बढ़कर 1,90,000 के आसपास हो जाएगा। वर्तमान में पूर्वांचल में डिस्टेंस लर्निंग का कोई सेंटर उपलब्ध नहीं है।
नैक मूल्यांकन के लिए टीम ने क्राइटेरिया वाइज जरूरी प्वाइंट्स को देखकर उस पर काम किया। यूनिवर्सिटी के पास जो इंफ्रास्ट्रक्चर अवेलबल था। उसको हम लोगों ने निखारने का काम किया। ए प्लस प्लस ग्रेड वीसी प्रो। राजेश सिंह के मार्गदर्शन में पूरी टीम की मेहनत से मिला है।
प्रो। अजय सिंह, डायरेक्टर, आईक्यूएसी