गोरखपुर (ब्यूरो)। साथ ही नए पाठ्यक्रम की शुल्क संरचना भी समिति के सदस्यों ने तय की। वित्त समिति ने छात्र सुविधाओं को बढ़ाने और मौजूदा बुनियादी ढांचे को उन्नत करने के उद्देश्य से विकास समिति के प्रस्तावों को भी मंजूरी प्रदान किए गए।
जर्जर सड़क की बदलेगी सूरत
वित्त समिति द्वारा लिए गए निर्णय के मुताबिक दीक्षा भवन और संवाद भवन के प्रारूप में बदलाव आएगा। उसे और सुंदर और सुविधाजनक बनाया जाएगा। विश्वविद्यालय की जर्जर हो चुकी एक किलोमीटर 800 मीटर जर्जर सड़क का जीर्णोद्धार कराया जाएगा। साथ ही सुरक्षा और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए नई विद्युत वायङ्क्षरग की जाएगी। वित्त समिति ने मास कम्युनिकेशन और जर्नलिज्म के छात्रों के लिए मीडिया लैब के निर्माण के प्रस्ताव को भी मंजूरी प्रदान की, जिसकी अनुमानित लागत आठ लाख रुपये होगी। इसके लिए वित्त समिति ने निर्णय लिया कि विश्वविद्यालय में सेंट्रल इंस्ट्रूमेंटेशन सेंटर बनाया जाएगा। यह अनुसंधान और शिक्षा के लिए उन्नत संसाधन प्रदान करेगा।
वित्त समिति ने लिया निर्णय
मुख्य परिसर और प्रशासनिक भवन में एक-एक कैंटीन बनाए जाने पर भी सहमति बनी। इससे छात्रों और कर्मचारियों के लिए भोजन व पेय पदार्थ की व्यवस्था सुनिश्चित हो सकेगी। वित्त समिति ने यह भी निर्णय लिया कि विश्वविद्यालय राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में पदक जीतने वाले छात्रों को प्रोत्साहन प्रदान करेगा, उनकी असाधारण उपलब्धियों को मान्यता देगा। वित्त समिति ने विश्वविद्यालय में शुरू होने वाले नए शैक्षणिक कार्यक्रम डीफार्म, बीफार्म, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में एमएससी, इंटरनेट आफ ङ्क्षथग्स (आइओटी) में बीसीए, डेटा साइंसेज में बीसीए के लिए शुल्क संरचना को भी मंजूरी प्रदान कर दी।
हम अपने छात्रों को सर्वोत्तम शैक्षिक वातावरण प्रदान करने के लिए समर्पित हैं। इन नए कार्यक्रमों और विकास परियोजनाओं की स्वीकृति अकादमिक उत्कृष्टता और बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह पहल हमारे छात्रों को महत्वपूर्ण रूप से लाभान्वित करेंगी, उन्हें सफल होने के लिए आवश्यक संसाधन और सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।
प्रो। पूनम टंडन, वीसी, डीडीयूजीयू